जालोर. चितलवाना के गांवों में टिड्डी दल ने मंगलवार दूसरे दिन भी रबी की फसल पर जमकर कहर बरपाया. दो दिनों में टिड्डी ने करीबन 10 हजार हेक्टेयर में बोई रबी की फसल को चट कर लिया. टिड्डी के जालोर में पहुंचने पर कृषि विभाग व टिड्डी नियंत्रण दल के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और टिड्डी पर नियंत्रण करने की कोशिश की, लेकिन टिड्डी पर नियंत्रण नहीं हो पाया.
जानकारी के अनुसार सोमवार को करीबन 3 बजे बेड़िया गांव से टिड्डी ने जालोर जिले में प्रवेश किया था. उसके बाद खेजड़ियाली गांव तक रबी की फसल को चट कर गई. उसके बाद टिड्डी ने रात्रि को खेजड़ियाली के पास मीठा खागला गांव में पड़ाव डाला. वहां पर किसान अरविंद पुरोहित ने अपने स्तर पर 24 ट्रेक्टरों पर स्प्रे मशीन लगाकर 80 हजार रुपए का कीटनाशक दवाई का छिड़काव किया, लेकिन फिर भी टिड्डी ने किसानों की फसल नष्ट कर दिया.
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7 गाड़िया लगाई, लेकिन फिर भी टिड्डी बेकाबू :
रबी की फसल पर टिड्डी दल के हमले की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन ने आज बाड़मेर व जोधपुर से टिड्डी पर नियंत्रण करने के लिए गाड़िया मंगवाई और कीटनाशक दवाई का स्प्रे शुरू करवाया, लेकिन टिड्डियां बेकाबू रही. मंगलवार टिड्डी ने साकरिया, डेडिया वांगा, बालेरा, भाटकी, भवातड़ा, जोरादर, वरणवा, खासरवी, केसरी, सुजानपुरा, पावटा, आरवा व सिपाइयो की ढाणी में रबी की फसल को चौपट कर दिया.
4 हजार बीघा जमीन पर बोई फसल बर्बाद :
यहां के किसान भूराराम पुरोहित के 4 हजार बीघा जमीन में रबी की फसल की बुवाई कर रखी थी. किसान के बेटे अरविंद ने बताया कि अलग अलग बैंकों से 65 लाख रुपए का कर्ज लेकर रबी की फसल की बुवाई की थी, लेकिन टिड्डी ने पूरी फसल को नष्ट कर दिया. उन्होंने बताया कि उनकी जमीन पर हिस्सेदारी में 250 लोगों ने बुवाई कर रखी थी, लेकिन कल के बाद सब रो रहे हैं.