जालोर. जिले की बागरा रेलवे क्रॉसिंग पर हुई 15 लाख की लूट के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जहां आरोपियों के पास से 11 लाख रुपए बरामद किए गए है. बागरा रेलवे क्रॉसिंग के निकट निर्माणधीन ब्रिज के पास छह दिन पहले मुनीम से हुई 15 लाख रुपए की लूट के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने लूट की वारदात को अंजाम देने वाले 3 बाइकर्स समेत इस साजिश में शामिल एक अन्य युवक को गिरफ्तार किया है.
एसपी हिम्मत अभिलाष टाक ने बताया कि वारदात के बाद पुलिस दल का गठन कर संदिग्धों को चिह्नित किया गया और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस टीम द्वारा वारदात में इस्तमाल की गई बिना नंबर की प्लसर और हीरो होंडा शाइन मोटरसाईकल के बारे में पड़ताल की गई. जिसमें बाइक हरचंद सिंह उर्फ हरसन सिंह पुत्र चन्दन सिंह राजपूत निवासी बागरा की होने की बात सामने आई.
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जिसके साथ ही घटना के दौरान बाइक को शौकत पुत्र करीम खां द्वारा चलाने की बात सामने आई. जिसके बाद पुलिस ने संदिग्ध हरचंद सिंह उर्फ हरसन सिंह और युवराज सिंह पुत्र पूनमसिंह राठौड़ को दस्तयाब कर पूछताछ की गई. जिस दौरान आरोपियों ने जुर्म कबूल किया. साथ ही दोनों ने बताया कि उनके मित्र वीरेंद्र कुमार पुत्र पन्नालाल सरगरा निवासी सांथु ने उन्हें बताया कि उसके फैक्ट्री मालिक अर्जुन की ग्रेनाइट फैक्ट्री भागली में है. जिसमें मुनिम भंवरलाल जाट है जो फैक्ट्री का पूरा हिसाब-किताब रखता है. मुनीम भंवरलाल रोज फैक्ट्री के कामकाज के लिए लाखों रुपए इधर उधर करता है. जिसके बाद सभी ने मिल के 8 अगस्त को घटना को अंजाम दिया गया.
मुनीम का साथी ही बना मुख्य सूत्रधार
बागरा से जालोर की तरफ ओवरब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा है. ऐसे में रास्ता बंद होने पर मुनीम भंवरलाल का साथी वीरेंद्र उसे बैठाकर भागली की तरफ रवाना हुआ. वहीं वीरेंद्र के मित्र युवराजसिंह व हरचन्दसिंह ने वीरेंद्र के पीछे अपने दोस्त शौकत खां और धर्मवीर सिंह को भेजा. जिसके बाद बागरा रेलवे क्रॉसिंग के पास आरोपियों ने भंवरलाल से रूपयों से भरा बैग लूट फरार हो गए. मामले में पुलिस ने हरचंद, युवराज, शौकत और वीरेंद्र को गिरफ्तार किया. जबकि मामले में धर्मवीर सिंह अभी फरार है.