ETV Bharat / state

जालोर कलेक्टर ने भाद्राजून गांव की बावड़ी का लिया जायजा

आहोर के ग्राम पंचायत भाद्राजून गांव में प्राचीन बावड़ी का जिला कलेक्टर महेंद्र सोनी और पुलिस अधीक्षक हिम्मत अभिलाष टांक ने जायजा लिया. साथ ही बावड़ी से जुड़ी समस्या के बारे में भी जानकारी ली.

आहोर न्यूज,जालोर न्यूज, bhadrajun village in ahor, राजस्थान न्यूज
जिला कलेक्टर ने बावड़ी का लिया जायजा
author img

By

Published : Feb 1, 2020, 2:20 PM IST

आहोर (जालोर). जिले में ग्राम पंचायत भाद्राजून गांव में प्राचीन बावड़ी का जिला कलेक्टर महेंद्र सोनी और पुलिस अधीक्षक हिम्मत अभिलाष टांक जायजा लिया. कलेक्टर ने ग्रामीणों से रूबरू होकर बावड़ी से जुड़ी समस्याओं के बारे में जानकारी ली. उन्होंने बावड़ी के रख-रखाव और उसकी सफाई को लेकर निर्देश दिए.

जिला कलेक्टर ने बावड़ी का लिया जायजा

उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के सहयोग से स्थाई समिति बनाकर प्रशासन के सहयोग से बावड़ी को स्वच्छ बनाया जा सकता है. ऐसा माना जाता है कि राजस्थान के ऐतिहासिक और प्राचीन स्थलों में से ये प्राचीन बावड़ी एक है.

पढ़ें: जालोरः भीनमाल पंचायत समिति में सरपंचों के लिए अब तीसरी बार होगी लॉटरी

भद्राजून जालोर जिला मुख्यालय से लगभग 54 किलोमीटर दूर स्थित हैं.यह एक छोटा सा गांव हैं,जो यहां के इतिहास,दुर्ग और महल के कारण राज्य में अपनी एक विशेष पहचान रखता हैं. भाद्राजून पिछले अनेक ऐतिहासिक घटनाओं और युद्धों का गवाह रहा है. यहां पर मारवाड़ राजवंश और मुगल साम्राज्य के शासकों के बीच कई युद्ध हुए हैं. यहां के शासकों ने मारवाड़ के पूर्व जोधपुर राजघराने के अधीन रहकर शासन चलाया है.

आहोर (जालोर). जिले में ग्राम पंचायत भाद्राजून गांव में प्राचीन बावड़ी का जिला कलेक्टर महेंद्र सोनी और पुलिस अधीक्षक हिम्मत अभिलाष टांक जायजा लिया. कलेक्टर ने ग्रामीणों से रूबरू होकर बावड़ी से जुड़ी समस्याओं के बारे में जानकारी ली. उन्होंने बावड़ी के रख-रखाव और उसकी सफाई को लेकर निर्देश दिए.

जिला कलेक्टर ने बावड़ी का लिया जायजा

उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के सहयोग से स्थाई समिति बनाकर प्रशासन के सहयोग से बावड़ी को स्वच्छ बनाया जा सकता है. ऐसा माना जाता है कि राजस्थान के ऐतिहासिक और प्राचीन स्थलों में से ये प्राचीन बावड़ी एक है.

पढ़ें: जालोरः भीनमाल पंचायत समिति में सरपंचों के लिए अब तीसरी बार होगी लॉटरी

भद्राजून जालोर जिला मुख्यालय से लगभग 54 किलोमीटर दूर स्थित हैं.यह एक छोटा सा गांव हैं,जो यहां के इतिहास,दुर्ग और महल के कारण राज्य में अपनी एक विशेष पहचान रखता हैं. भाद्राजून पिछले अनेक ऐतिहासिक घटनाओं और युद्धों का गवाह रहा है. यहां पर मारवाड़ राजवंश और मुगल साम्राज्य के शासकों के बीच कई युद्ध हुए हैं. यहां के शासकों ने मारवाड़ के पूर्व जोधपुर राजघराने के अधीन रहकर शासन चलाया है.

Intro:आहोर के ग्राम पंचायत भाद्राजून गांव में प्राचीन बावड़ी का जिला कलेक्टर महेंद्र सोनी व पुलिस अधीक्षक हिम्मत अभिलाष टांक, खण्ड विकास अधिकारी आहोर समेत प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में जायजा लिया गया। Body:आहोर. ग्राम पंचायत भाद्राजून गांव में प्राचीन बावड़ी का जिला कलेक्टर महेंद्र सोनी व पुलिस अधीक्षक हिम्मत अभिलाष टांक, खण्ड विकास अधिकारी आहोर समेत प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में जायजा लिया गया। जिसमें जिला कलेक्टर ने ग्रामीणों से रूबरू होकर बावड़ी से जुड़ी समस्याओं के बारे में जानकारी ली। वही उन्होंने ने बावड़ी के रख रखवा व उसकी सफाई के बारे में स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए। कहा कि ग्रामीणों के सहयोग से स्थाई समिति बनवा कर प्रशासन के सहयोग से स्वच्छ बनाया जा सकता है।
राजस्थान के ऐतिहासिक तथा प्राचीन स्थलों में से एक हैं भाद्राजून। यह राजस्थान के जालोर-जोधपुर मार्ग पर जालोर जिला मुख्यालय से लगभग 54 किलोमीटर दूर अवस्थित हैं। यह एक छोटा सा गांव हैं, जो यहां के इतिहास, दुर्ग व महल के कारण राज्य में अपनी एक विशिष्ट पहचान रखता हैं। भाद्राजून पश्चिमी राजस्थान के जालोर जिले में यह प्राचीन स्थल लूणी नदी के बेसिन पर स्थित हैं।भाद्राजून पिछली कई सदियों में हुए अनेक ऐतिहासिक घटनाओं और युद्धों का गवाह रहा है। यहाँ पर मारवाड़ राजवंश तथा मुगल साम्राज्य के शासकों के बीच अनेक युद्ध एवं आक्रमण हुए। यहां के शासकों ने मारवाड़ के जोधपुर राजघराने के अधीन रहकर शासन चलाया और क्षेत्र की समृद्धि के लिए व प्रजा की रक्षा के लिए काम किया। Conclusion:बाइट - महेन्द्र सोनी, जिला कलेक्टर जालोर
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.