आहोर (जालोर). जिले के आहोर क्षेत्र में अचानक हुए मौसम में परिवर्तन ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है. किसानों ने खराब जीरे की फसल दिखाते हुए बताया कि बांकली बांध से सिंचाई परियोजना के अन्तर्गत आने वाले रेवड़ा कल्ला गांव में करीबन 100 दिनों से खड़ी जीरे की फसले मौसम बदलने से चौपट हो गई है.
इसके चलते किसानों के जीरे की फसल की बुवाई के लिए किसानों ने साहूकारों से ब्याज पर पैसा लाया और जीरे पर महंगी से महंगी दवाईयों का छिड़काव किया, लेकिन मौसम की मार ने खड़ी फसलों को बर्बाद कर दिया है.
रेवड़ा कल्ला से बांकली मार्ग पर आने वाले सभी किसानों के खेतों में जीरे की फसलें बर्बाद हो गई हैं. वरदाराम, कानाराम, गणेशाराम, मगलाराम, अशोक, मसराराम, चौथाराम, विरम समेत कई किसानों ने अपनी आपबीती सुनाई और कहा कि समय पर अनुदान या बीमा नहीं मिला तो खेत बेचने को मजबूर होना पडे़गा.