जालोर. जिला अब भी कोरोना मुक्त है, जिसके चलते जिलेवासियों के लिये राहत की खबर है. जिले के लोगों को उम्मीद है कि जिले में 20 अप्रैल तक कोरोना वायरस का पॉजिटिव मरीज नहीं मिलता है, तो लॉकडाउन में कुछ रियायतें मिल सकती है.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. गजेन्द्र सिंह देवल ने बताया कि जिले में अब तक कोरोना संदिग्ध मानते हुए 234 सैम्पल लिये गये हैं, जिसमें से 224 की रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त हो चुकी है. जबकि दस सैम्पल जांच के लिए जोधपुर की मेडिकल कॉलेज में भिजवाये गये हैं, जिनकी रिपोर्ट आना बाकी है.
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उन्होंने बताया कि शनिवार को 589 टीमों ने 3 लाख 34 हजार 833 घरों का सर्वे किया कर अब तक 12 लाख 62 हजार 599 सदस्यों की स्क्रीनिंग की है.
लॉकडाउन में लोगों से घरों में रहने की अपील की
जिले में अभी तक कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया है. ऐसे में ग्रीन जोन में जालोर शामिल है. अगर आने वाले दिनों में जिलेवासी पूरी सतर्कता बरते ओर बाहर आए आने वाले सभी लोगों को स्क्रीनिंग करवाने के साथ आइसोलेट करने में सहयोग बनाये रखते हैं, तो जिले में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीज के सामने आने की संभावना बहुत कम होगी.
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सीएमएचओ गजेंद्र सिंह देवल ने सभी से अपील की है कि लॉक डाउन के दौरान ग्रीन जोन होने के कारण कुछ आंशिक छुट मिल भी जाती है, तो भी बिना काम घर से बाहर नहीं निकल कर लॉकडाउन की सख्ती से पालना करें, ताकि कोरोना का संक्रमण से बचा जा सके.
रियायत में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ शुरू हो सकता है काम काज
कोरोना की भारत में दस्तक के बाद लगाए गए लॉकडाउन का एक पार्ट पूरा हो चुका है, दूसरा पार्ट चल रहा है, लेकिन केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुसार 20 अप्रेल तक ग्रीन जोन में जालोर बना रहता है तो लॉकडाउन में आंशिक छूट मिल सकती है. अगर ऐसा होता है तो जिले में सैंकड़ों लोगों को स्थानीय स्तर पर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग की शर्त पर रोजगार मिल पाएगा.