भीनमाल (जालोर). राजस्थान की अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार को गिराने की साजिश के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उपखंड अधिकारी अवधेश मीणा को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा है. कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि राजस्थान के राज्यपाल इस सियासी संकट में निष्पक्ष भूमिका निभाने की बजाय मोदी सरकार के इशारे पर संदिग्ध भूमिका निभा रहे हैं. उन्होंने राष्ट्रपति से मांग रखी है कि वो विधायकों की खरीद फरोख्त, सरकार को गिराने की साजिश और केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग रोकने को लेकर केंद्र सरकार को हिदायत दें.
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कांग्रेस नेता एडवोकेट श्रवण सिंह राठौड़ और नगर पालिका के उपाध्यक्ष प्रेमराज बोहरा के नेतृत्व में उपखंड अधिकारी अवधेश मीणा को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. इस दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता और भीनमाल के प्रबुद्धजन उपस्तिथ रहे. इस दौरान कांग्रेस नेता एडवोकेट श्रवण सिंह राठौड़ ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि राजस्थान की अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राज्य की कांग्रेस सरकार को गिराने को लेकर साजिश चल रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहुमत साबित करने के लिए राज्यपाल से विधायकों के साथ राज भवन जाकर मिले हैं, मगर लगता हैं कि राज्यपाल केन्द्र सरकार के इशारे पर कार्य कर रहे हैं.
राठौड़ ने कहा कि वर्तमान समय में हमारे देश प्रदेश सहित पूरी दुनिया कोरोना रूपी महामारी का सामना कर रही है. राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राज्य सरकार के कुशल प्रबन्धन से इस पर काफी हद तक नियंत्रण पाया गया है. साथ ही लाॅकडाउन के दौरान और उसके बाद भी जरूरतमंदों की सहायता के लिये राजस्थान सरकार ने महत्वपूर्ण योजना लाकर आमजन का राहत पहुंचाई हैं. ऐसे समय में केन्द्र सरकार और बीजेपी के इशारे पर पूर्ण बहुमत से निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने क प्रयास लोकतंत्र को कमजोर करने वाला कदम है. ऐसी विकट परिस्थिति के समय केन्द्र सरकार की ओर से सीबीआई, ईडी और इनकम टैक्स जैसी सरकार ऐजेंसी राजस्थान में कांग्रेस नेताओं के यहां दुर्भावनापूर्ण तरीके से छापामार कार्रवाई की जा रही है.
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार का यह तानाशाही रवैया असहनीय है. यह विषय राजस्थान के आमजन की भावना से जुड़ा हुआ हैं, केन्द्र सरकार और बीजेपी के इस रवैये से प्रदेश की जनता और कांग्रेस जनों में भारी रोष व्याप्त है. राठौड़ ने राष्ट्रपति से मांग की कि सादर अनुरोध है कि केंद्रीय सरकारी ऐजेंसी के दुरूपयोग पर रोक लगाने के साथ ही देश प्रदेश में लोकतन्त्र की रक्षा के लिए आवश्यक और ठोस कदम उठाएं. इस दौरान नगर पालिका के उपाध्यक्ष प्रेमराज बोहरा ने कहा कि जरूरत पड़ने पर केंद्र सरकार की साजिश के खिलाफ हम सब सड़कों पर उतर कर विरोध करेंगे. उन्होंने कहा कि पूरी पार्टी इस मुद्दे पर एकजुट है.
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इस दौरान कांग्रेस नेता योगेंद्र सिंह दहिया, एडवोकेट ईश्वर सिंह देवड़ा, शिव नारायण विश्नोई, एडवोकेट अजमत अली खान, कांग्रेस नेता सीएल गहलोत, इकबाल खान बाली, पूर्व सरपंच अजीत सिंह बाली, कांग्रेस के पंचायत समिति के पूर्व सदस्य हरदान सिंह चौहान भागल सेफ्टा, एडवोकेट श्रवण ढाका, एडवोकेट आशु सिंह सेरना, एडवोकेट पृथ्वी सिंह बागोड़ा, एडवोकेट कानाराम देवासी, सांवलाराम सैन बाली, व्यवसायी पारसराम माली और युवा नेता हीराराम जीनगर आदि मौजूद रहे.
अवैध बजरी खनन पर कार्रवाई
भीनमाल में अवैध बजरी परिवहन का कारोबार धड़ल्ले से जारी है. वहीं पुलिस की ओर से कार्रवाई भी की जा रही है. जालोर पुलिस अधीक्षक श्यामसिंह ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अवैध बजरी खनन के सम्बंध में पारित आदेश की पालना सुनिश्चित करने के सम्बंध में अवैध बजरी खनन माफियाओं के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत भीनमाल थानाधिकारी देवेन्द्र सिंह की टीम ने रात्री में गश्त के दौरान तीन डंपरों को पकड़ा है.
इस दौरान डम्पर आरजे 16 जीए 3462, डम्पर आरजे 46 जीए 2087 और ट्रेक्टर आरजे 46 आरए 9318 को पुलिस ने जब्क किया है. वहीं अवैध बजरी खनन के आरोप में चालक हनुमानाराम पुत्र मगना राम जाट निवासी वाडाभाडवी, चालक राणाराम पुत्र नरसीराम सुथार निवासी देवडा और चालक नरसाराम पुत्र सुरताराम चौधरी निवासी खानपुर पर कार्रवाई की गई है.