जालोर. सांचोर उपखण्ड क्षेत्र में बन रही भारतमाला परियोजना के तहत एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए अवाप्त की गई जमीन को खाली करवाने गए एसडीएम भूपेंद्र कुमार यादव और किसानों के बीच हुए विवाद में एसडीएम की ओर से किसान के लात मारने और इस पूरे घटनाक्रम का सोशल मीडिया में वीडियो वायरल हो गया था. किसानों के अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी के बाद सरकार ने एसडीएम भूपेंद्र यादव को सांचोर से हटा दिया है
वहीं, इस प्रकरण को लेकर राज्य सरकार ने संभागीय आयुक्त के मार्फ़त रिपोर्ट भी मांगी है. जिसके बाद जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णी सांचोर पहुंची और किसानों से वार्ता की, लेकिन वार्ता विफल रही. इस दौरान आक्रोशित किसानों ने अनिश्चिकालीन धरना शुरू करते हुए एसडीएम को हटाने की मांग की.
जानकारी के अनुसार भारतमाला परियोजना के तहत एक्सप्रेस वे 754 के का निर्माण कार्य किया जा रहा है. जिले के 90 किमी में यह निर्माण होना है, जिसमें से करीबन 50 किमी का क्षेत्रफल सांचौर और चितलवाना उपखण्ड क्षेत्र का है. इस क्षेत्र में करीबन 5 हजार बीघा जमीन अवाप्त की गई है, जिसमें सड़क और कॉरिडोर बनना है. इस जमीन का मुआवजा डीएलसी दर से दिया जा रहा है, जबकि किसान डीएलसी दर के चार गुना अधिक राशि से मुआवजा मांग रहे हैं. इसी मांग को लेकर किसानों ने निर्माण कार्य रुकवाया था और निर्माण कार्य को शुरू करवाने के लिए एसडीएम यादव मौके पर पहुंचे थे. इस दौरान काफी बहस होने के बाद हाथापाई की नौबत आ गई थी. इस दरम्यान एसडीएम ने किसान को लात मार दी थी.
सांचोर से इस हाई प्रोफाइल मामले में एसडीएम ने शुक्रवार को मीडिया से बात की, जिसमें उन्होंने खुद को बेकसूर बताते हुए कहा कि पहले किसानों ने पुलिस जाब्ता और मेरे पर हमला किया था, आत्मरक्षा में पैर से किसान को हटाया था. वहीं, इस मामले को लेकर कलेक्टर, आहोर के एसडीएम सहित अन्य अधिकारियों ने भी एसडीएम यादव का समर्थन किया है.