सांचौर (जालोर). जिले के सांचोर नगर पालिका में हुए आम चुनावों के बाद रविवार को मतगणना हुई. जिसमें 35 वार्डों में से 16 में भाजपा और 16 में कांग्रेस के पार्षद जीते, जबकि 3 निर्दलीय पार्षद जीते थे. उसके बाद शुरू हुई जोड़तोड़ की गणित में अब कांग्रेस की स्थिति मजबूत नजर आने लगी है.
बता दें कि कांग्रेस में टिकट नहीं मिलने से बागी हुए केवल चंद सेठिया को रविवार देर रात को मनाकर वापस कांग्रेस में लेकर आ गए. जिसकी पुष्टि के लिए मंत्री सुखराम बिश्नोई के साथ उनकी तस्वीर कांग्रेस के नेता और बिश्नोई मंत्री के करीबी हिन्दू सिंह चौहान ने पोस्ट की. जिसमें लिखा कि सेठिया मान मनुहार स्वीकार करके वापस साथ आ गए है. वहीं निर्दलीय हीरा राम देवासी, दिलीप खोरवाल भी पारंपरिक कांग्रेसी वोटर होने और मंत्री बिश्नोई की ओर से बनाई गई रणनीति के बाद कांग्रेस के साथ है. जिससे इस बार साफ लग रहा है कि पिछली बार भाजपा की जगह कांग्रेस बोर्ड बनाने में सफल हो जाएगी.
भाजपा के हाथ से निकल जायेगा बोर्ड
पिछले चुनाव में सांचौर नगर पालिका में भाजपा ने बोर्ड बनाया था. इंद्रा खोरवाल चैयरमैन बनी थी लेकिन कुछ वक्त बाद पार्षदों की ओर से जिला कलेक्टर को अविश्वास प्रस्ताव दिया गया. उसके बाद वापस हुए चुनाव भाजपा से जीती. पार्षद नीता मेघवाल कांग्रेस पार्षदों के समर्थन से चेयरमैन बनी थी. अब हुए चुनावों में भाजपा और कांग्रेस को स्प्ष्ट बहुमत नहीं मिलने के बाद निर्दलीयों का सहारा लेकर कांग्रेस बोर्ड बनाने के करीब है.
भाजपा क्रॉस वोटिंग के सहारे
सांचौर नगर पालिका में भाजपा और कांग्रेस को बराबर सीटें मिलने के बाद कांग्रेस के नेताओं को लग रहा है कि वह निर्दलीयों के सहारे बोर्ड बनाने में सफल हो जाएंगे लेकिन भाजपा के नेता भी अपनी रणनीति के तहत कांग्रेस के पार्षदों से क्रॉस वोटिंग के सहारे बोर्ड बनाने के दावे कर रहे हैं. संशय के बादल 7 फरवरी को होने वाले चुनावों के बाद खत्म होंगे.