भीनमाल (जालोर). माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान के पाठ्यक्रम में महाराणा प्रताप से जुड़े ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर लिखे जाने का मामला शांत नहीं हो रहा है. जालोर जिले के भीनमाल उपखंड में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने कक्षा 10वीं की सामाजिक विज्ञान की पुस्तक में महाराणा प्रताप से जुड़ी गलत जानकारी को लेकर विरोध जताया है. इस संबंध में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने उपखंड अधिकारी को राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया. जिसमें इस तरह की गलतियों पर नाराजगी जताई गई है. साथ ही इस बदलाव को दुरुस्त करने की मांग की है.
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नगर अध्यक्ष नरेश मेहला ने कहा कि सरकार की ओर से ऐतिहासिक तथ्यों के साथ की गई छेड़छाड़ से युवाओं में आक्रोश व्याप्त है. नगर मंत्री जयेश त्रिवेदी ने बताया कि इस तरह की संकुचित मानसिकता वाले इस निंदनीय कृत्य की एबीवीपी निंदा करती है. वहीं पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष भंवर पंवार ने कहा कि राज्य सरकार से इस गलती को ठीक करने की मांग की गई हैै. इस तरह महाराणा प्रताप के ऐतिहासिक पहलुओं के साथ छेड़छाड़ करना कतई स्वाभाविक नहीं है.
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एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से स्कूली पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है. आरबीएसई 10वीं की कक्षा की पुस्तक में महाराणा प्रताप से जुड़ी सामग्री में बदलाव किया गया है. जिसके तहत युद्ध में अकबर की सेना की असफलता सिद्ध करने वाले तत्व हटाए गए हैं. साथ ही यह भ्रम पैदा किया गया है कि, हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप की हार हुई थी. हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप की जीत पर कोई संशय नहीं है.