जैसलमेर. जिले की ऐतिहासिक गड़ीसर झील की पाल पर वॉकिंग ट्रैक का निर्माण करना निवर्तमान जिला कलेक्टर नमित मेहता का ड्रीम प्रोजेक्ट था. इस ट्रैक के निर्माण से यहां आने वाले सैलानी भ्रमण कर झील की सुंदरता के साथ-साथ सोनार किले और शहर का मनोहारी दृश्य देख सकें और इसे अपने कैमरे में कैद कर सकें.
साथ ही स्थानीय निवासी मॉर्निंग वॉक के लिए भी इसका प्रयोग कर स्वयं को तंदरुस्त रख सकें, लेकिन इस प्रोजेक्ट के शुरू होने के साथ ही इसका विरोध भी हुआ और राजस्थान उच्च न्यायालय में इसके स्थगन की याचिका भी दायर की गई.
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जिसके बाद इसका कार्य रोका गया और बाद में स्थगन आदेश भी हट गया. अब नगर परिषद के नवनियुक्त आयुक्त फतेह सिंह मीणा का कहना है कि उन्होंने इस प्रोजेक्ट को देखा है और आगामी कुछ दिनों में सभापति से चर्चा कर इसके सैंपल ट्रैक के निर्माण के लिए निविदाएं ली जाएंगी.
नगर परिषद आयुक्त मीणा ने कहा कि उनसे पहले आयुक्त सुखराम खोखर ने इस प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन के दौरान पाल पर मौजूद अतिक्रमण को हटाया था और वहां कार्य प्रारंभ किया था. उसके बाद इस पर स्थगन आदेश के कारण कार्य पूरा नहीं हो सका और स्थगन आदेश हटने के बाद कुछ कार्य हुआ. उसके बाद कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन और अन्य कई कारणों से आगे का काम पूरा नहीं किया जा सका था.
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ऐसे में अब फिर से इस प्रोजेक्ट को गति प्रदान की जाएगी. इसके लिए सबसे पहले 30 मीटर के सैंपल ट्रैक का निर्माण करवाया जाएगा, जिसकी जल्द ही निविदा ली जाएगी. उसके बाद आगे की कार्य योजना बनाकर इस वॉकिंग ट्रैक को जल्द पूरा करने का प्रयास किया जाएगा.