जैसलमेर. शाही अंदाज में रंगीले राजस्थान की सैर करवाने वाली शाही ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स आज धोरों की धरती जैसलमेर (Shahi Palace on Wheels train) पहुंची. पर्यटन सीजन के पहले फेरे में रेत के समंदर पहुंची शाही ट्रेन का रेलवे स्टेशन पर ढोल नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया गया. मेहमान नवाजी के लिए विख्यात रंगीले राजस्थान में स्वर्णनगरी की धरा पर मेहमानों का तिलक लगाकर आदर सत्कार किया गया. इस पर्यटन सीजन के पहले फेरे पर आई शाही रेल में 35 यात्री पहुंचे. लोक कलाकारों ने वाद्य यंत्रों की संगत से माहौल खुशनुमा कर दिया.
पर्यटन सीजन के पहले फेरे में अमेरिका, ब्रिटिश, एनआरआई सैलानियों सहित 35 सैलानी स्वर्णनगरी पहुंचे. रेलवे स्टेशन पर मिले अदभूत सत्कार से विदेशी मेहमानों के चेहरों पर अनूठी खुशी देखने को मिली. विदेशी सैलानियों ने मेहमान नवाजी के लिए सभी का आभार जताया. पर्यटन सीजन के पहले फेरे में स्वर्णनगरी पहुंचने पर पर्यटन व्यवसायियों ने गर्मजोशी से सैलानियों का स्वागत किया. रेलवे स्टेशन पर आदर सत्कार के बाद सैलानियों ने ऐतिहासिक गड़ीसर सरोवर का निहारा और धोरों की धरती में झील को अपने कैमरों में कैद किया.
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सैलानियों ने स्वर्णनगरी की कलात्मक हवेलियों का भ्रमण किया: शाही ट्रेन में सफर करने वाले विदेशी सैलानियों ने स्वर्णनगरी की कलात्मक हवेलियों का भ्रमण किया और आकर्षक नक्काशी कला की जमकर प्रशंसा की. विदेशी मेहमानों ने सोनार दुर्ग का भ्रमण कर स्वर्णनगरी की वैभवता व कलात्मकता की अनूठी झांकी देखी. लिविंग फोर्ट में निवास करने वाले स्थानीय बाशिंदों की दिनचर्या से भी रूबरू हुए. सोनार दुर्ग की यात्रा के दौरान सैलानियों ने म्यूजियम का अवलोकन कर जमकर सराहना की.
बता दें कि पैलेस ऑन व्हील्स शाही रेलगाड़ी को राजस्थान का सांस्कृतिक दूत कहा जाता है जो पर्यटन के क्षेत्र में दुनिया में एक मिसाल है. पिछले 40 वर्षों से चल रही इस ट्रेन को 2 वर्षों के अन्तराल के बाद पुनः प्रारम्भ किया गया है. इससे पहले पैलेस ऑन व्हील्स 1982 से लगातार चल रही थी, 2020 में कोविड के कारण इस ट्रेन को बंद कर दिया गया था, पूरे विश्व में 10 लग्जरी ट्रेनों में 9 अभी तक कोविड के बाद से नहीं चल पाई है. लेकिन पैलेस ऑन व्हील शाही ट्रेन के कोविड-19 के बाद पहले फेरे के तहत जैसलमेर पहुंची है. जिससे आने वाले दिनों में जैसलमेर का पर्यटन क्षेत्र और मजबूती के साथ उभरेगा.
सांस्कृतिक परम्परा को देखकर देश-विदेश के पर्यटक रोमांचित: शाही रेल में राजस्थान की हेरिटेज और सांस्कृतिक परम्परा को देखकर देश-विदेश के पर्यटक रोमांचित हो जाते हैं. इस बार भी ट्रेन में आधुनिक साज-सज्जा और सभी पर्यटक सुख-सुविधाओं का समावेश किया गया है. राजस्थान के गौरवशाली इतिहास के दर्शन कराती इस शाही रेल का सफर देशी और विदेशी पर्यटकों को आनंदित करता है. यहां पर पर्यटक अपने आप को राजसी माहौल में पाता है. इसमें आवभगत, स्वादिष्ट व्यंजन और पर्यटन निगम के अधिकारियों तथा कर्मचारियों की सेवा भावना और अतिथि सत्कार को देखकर पर्यटक रोमांचित होते हैं.