जैसलमेर. राजस्थान के राजस्व मंत्री हरीश चौधरी शुक्रवार को जैसलमेर दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जैसलमेर जिले में कोरोना महामारी के दौरान और टिड्डी नियंत्रण के लिए जो कार्य किया गया है, वो काबिले तारीफ है. राजस्व मंत्री ने कोरोना संक्रमण से बचाव एवं जरूरतमंदों को राहत दिए जाने, बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी और टिड्डी नियंत्रण के क्षेत्र में किए गए कार्य के मद्देनजर जैसलमेर को मॉडल बताया. इसके लिए उन्होंने जिला कलेक्टर नमित मेहता और उनकी टीम की सराहना भी की.
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राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने कहा कि जैसलमेर ने इस दिशा में जितनी सहजतापूर्वक और व्यवस्थित तरीके से कार्य किया है, वो एक मिसाल है और जैसलमेर मॉडल को दुनिया के सामने लाना चाहिए. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जिस तरीके से अभी टिड्डियों की समस्या चल रही है, उसमें जैसलमेर के किसानों और यहां के अधिकारियों ने कई प्रकार के नवाचार किए और इन पर काबू पाया है. इसके बारे में अभी तक किसी ने सोचा भी नहीं होगा.
राजस्व मंत्री ने जिले के किसानों और अधिकारियों को इसका श्रेय देते हुए कहा कि जहां पहले दिन में ही टिड्डियों पर नियंत्रण किया जा सकता था. वहीं, पहली बार जैसलमेर में रात के वक्त टिड्डी दलों पर नियंत्रण किया गया और इसमें सफलता भी पाई गई. उन्होंने कहा कि जैसलमेर के किसानों ने बिना किसी सरकारी संस्था के सहयोग से डस्ट (धूल के कणों) से टिड्डियों पर नियंत्रण का प्रयास किया और उसमें भी सफलता मिली.
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राजस्व मंत्री ने कहा कि इस प्रकार के नवाचारों के साथ और सरकार द्वारा उपलब्ध करवाए गए संसाधनों से इन पर नियंत्रण किया गया है. सरकार अन्य संसाधन भी उपलब्ध करवा रही है, जिससे इस बार किसानों का अधिक नुकसान ना हो. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जैसलमेर के इस मॉडल की तारीफ होनी चाहिए और अन्य जगहों के लोगों को भी इसके बारे में जानकारी होनी चाहिए, जिससे वो भी इसका प्रयोग कर सकें.