जैसलमेर. कैबिनेट मंत्री हरीश चौधरी शुक्रवार को जैसलमेर दौरे पर रहे. इस दौरान मंत्री ने कलेक्ट्रेट सभागार में कोरोना महामारी और टिड्डी प्रकोप की स्थिति के नियंत्रण के लिए संचालित गतिविधियों, कार्य योजनाओं और तैयारियों के बारे में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली. साथ ही कार्यों की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
इस दौरान मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के उपायों के बारे में व्यापक जागरण को जारी रखना जरूरी है. इस कार्य को अन्य अभियानों एवं गतिविधियों से जोड़कर जन-जन तक इसकी सावधानियों के बारे में अवगत कराएं और इनके अनिवार्य पालन के लिए जागरूक करें. साथ ही हर स्तर पर कोरोना से बचाव के लिए सभी प्रकार की तैयारियों और एहतियाती प्रबंध हमेशा मजबूत बनाए रखें.
मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता शहरों और गांवों में विभिन्न स्थानों पर सभी प्रकार की चिकित्सा सुविधाओं से युक्त चिकित्सालयों को विकसित करना है, ताकि सभी स्थानों पर लोगों को आसानी से जरूरी इलाज व जांच का लाभ प्राप्त हो सके.
चिकित्सा संस्थानों के मध्य सीधी नेटवर्किंग कायम करें
कैबिनेट मंत्री चौधरी ने कहा कि जिले में मीलों तक की दूरी के बीच स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की मॉनिटरिंग और आवश्यक गतिविधियों के लिए जिला मुख्यालय से सीधे संचार संपर्क नेटवर्क से जोड़ने की आवश्यकता है. ऐसे में उन्होंने कहा कि इस दिशा में ठोस कार्य किया जाना जरूरी है, ताकि सुदूरवर्ती चिकित्सा संस्थानों की कार्यप्रणाली को और अधिक बेहतर बनाया जा सके. राजस्व मंत्री ने संस्थागत क्वॉरेंटाइन को बेहतर एवं सुविधाजनक बनाने के लिए निर्देश दिए. साथ ही कहा कि इसमें सभी व्यवस्थाएं इस प्रकार करें कि रहने वाले असहज महसूस न करें.
पढ़ें- CM से बिजली बिलों में राहत देने की अपील...सुनिए मंत्री खाचरियावास ने क्या कहा
सरहदी जिलों पर टिड्डी नियंत्रण की जिम्मेदारी सबसे ज्यादा
टिड्डी नियंत्रण से संबंधित गतिविधियों की समीक्षा करते हुए मंत्री ने कहा कि सीमावर्ती जिलों पर टिड्डी नियंत्रण की विशेष जिम्मेदारी है, क्योंकि इन जिलों में ही यदि प्रभावी ढंग से टिड्डियों पर नियंत्रण किया गया तो अन्य सभी क्षेत्रों को राहत मिल सकेगी. इसके लिए उन्होंने किसानों और ग्रामीणों की पूरी-पूरी भागीदारी, सटीक एवं सही सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान और प्रभावी सर्वे पर फोकस करने के निर्देश दिए. राजस्व मंत्री ने सर्वे वाहनों पर जीपीएस सिस्टम लगाने और रोजाना की गतिविधियों के मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए.