जैसलमेर. जिले के ख्यातनाम अंतराष्ट्रीय लोक कलाकार दपु खान मेरासी का शनिवार (13 मार्च) को जोधपुर स्थित एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया. जिसके बाद जैसलमेर जिले में शोक की लहर छा गई.
खान के निधन के बाद सोशल मीडिया से लेकर आमजन उनके निधन पर शोक संवेदनाएं व्यक्त करता दिखाई दे रहा है. जानकारी के अनुसार दिवंगत कलाकार दपु खान को शुक्रवार 12 मार्च को सांस लेने में तकलीफ होने के चलते जोधपुर स्थित निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान शनिवार 13 मार्च को दोपहर 3:00 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली.
लोक कलाकार दपु खान जैसलमेर जिले के भाड़ली गांव के निवासी थे और पिछले 30 वर्षों से अधिक समय से जैसलमेर के सोनार दुर्ग स्थित रानी महल के सामने बैठकर यहां आने वाले सैलानियों का मनोरंजन करते थे. दपु खान गाने के साथ ही लोक वाद्ययंत्र कमायचा बजाने में पारंगत थे, जो कि अब लुप्त प्राय: होता जा रहा है.
खान ने एक एल्बम में मूमल गाने में अपनी कला का जादू बिखेरा, जिसके बाद उन्हें और अधिक प्रसिद्धि प्राप्त हुई. दपु खान कोक स्टूडियो, राजस्थान कबीर यात्रा सहित कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रस्तुतियां दे चुके हैं. जानकारी के अनुसार दपु खान ने संयुक्त राज्य अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के लिए व्हाइट हाउस में भी गाया है.
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दपु खान ने अपने पिता से ही यह कला सीखी और बचपन से ही कमायचा वाद्य यंत्र को अपना साथी बना लिया. बाद में जैसलमेर में विभिन्न अवसरों पर वो अपनी प्रस्तुतियां देने लगे, इसी दौरान तत्कालीन जिला कलेक्टर के अनुरोध पर उन्होंने सोनार दुर्ग में प्रवेश करने वाले सैलानियों के स्वागत में गाना शुरू किया और लगभग पिछले 30 वर्षों से लगातार सोनार दुर्ग में ही अपनी कला से यहां आने वालों को मोहित करते रहे. जैसलमेर के इस अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोक कलाकार का निधन जैसलमेर सहित प्रदेशभर के लिए लोक कला के क्षेत्र में एक अपूरणीय क्षति है.