जैसलमेर. गोल्डन सिटी जैसलमेर इन दिनों मरू महोत्सव (Jaisalmer Desert Festival 2022) की साक्षी बन रही है. 4 दिवसीय रेगिस्तानी उत्सव का लोग लम्बे समय से इंतजार कर रहे थे. जिसका आज समापन हो जाएगा. समापन भी क्या शानदार होगा! घुड़दौड़, रंगोली, मांडणा एवं वॉल पेंटिंग, कैमल डांस, डेजर्ट सिंफनी, सूफी नाइट विथ जावेद अली का खूबसूरत मेल होगा. तीसरे दिन भी माहौल रोमांचकारी रहा.
डेडानसर मैदान में ऊंट श्रृंगार, शान-ए-मरुधरा, रस्साकशी, पनिहारी मटका रेस, कैमल पोलो मैच, कबड्डी मैच(पुरुष वर्ग) और बीएसएफ की ओर से कैमल टेटू शो का आयोजन किया गया तो वायु सेना के एयर वारियर ड्रील ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया.
चौथे दिन का आकर्षण: लानेला गांव के रण में घुड़ दौड़ प्रतियोगिता , कुलधरा गांव में रंगोली, मांडणा और वॉल पेंटिंग, सम सेंड ड्यूंस पर कैमल डांस, कैमल रेस , रस्साकशी और हॉर्स डांस के साथ ही रात डेजर्ट सिंफनी में सूफी नाइट विथ जावेद अली से अंजाम तक पहुंचेगी.
तीसरे दिन ऊंटों ने बढ़ाया मान: महोत्सव के तीसरे दिन ऊंटों ने राजस्थान का मान बढ़ाया. ऊंट श्रृंगार, शान-ए-मरुधरा, रस्साकशी, पनिहारी मटका रेस, कैमल पोलो मैच,कबड्डी मैच (पुरुष वर्ग) एवं बीएसएफ की ओर से कैमल टेटू शो आदि विभिन्न रोमांचक एवं आकर्षक स्पर्धाएं हुई जिनमें विजेताओं व टीमों को अतिथियों ने ट्रॉफी, पुरस्कार राशि के चैक तथा प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया.
डेडानसर मैदान में विभिन्न प्रतिस्पर्धाएं आकर्षण का केन्द्र रहीं. ऊंट श्रृंगार प्रतियोगिता में सजे-धजे ऊंट और उन पर राजस्थानी पोषाक में विराजे रौबीले मूंछों वाले जवानों का हाव भाव भी लोगों को पसंद आया. प्रतियोगिता में इस बार केवल तीन प्रतिभागियों ने ही भाग लिया. ऊंटों को मोरी, गोरबन्द,कण्ठमाल, लूम, पिलान, तंग,मोड, पायल, घूघरा, पूंछ बंधनी इत्यादि श्रृंगारों से सजाया गया.
खासा रोमांच जगाया बीएसएफ के कैमल टेटू शो ने: डेडानसर मैदान में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की ओर से प्रस्तुत कैमल टेटू शो का आयोजन दर्शकों के लिए आकर्षण का केन्द्र रहा. उप समादेष्टा मनोहरसिंह खींची के नेतृत्व में इस कंटीजेंसी श्रृंगारित उंटों ने शानदान प्रदर्शन किया. इस शो में माउन्टन बैण्ड ने राजस्थानी लोक गीतों की मधुर धुनों पर विभिन्न आकार-प्रकारों का प्रदर्शन कर मनोहारी झलकी दिखाई. मरू महोत्सव में पहली बार सीमा सुरक्षा प्रहरियों ने ऊंटों पर हथियार प्रदर्शित किया.
एयर वारियर ड्रील लाजवाब: महोत्सव के अन्तर्गत भारतीय वायुसेना के वायु योद्धा कवायद टोली ने हैरत अंगेज एयर वारियर ड्रील कर खूब तालियां बटोरी. इस ड्रील का आदर्श वाक्य ‘ड्रील टू थ्रील’ रखा गया.