जैसलमेर. जिले के धोलिया-खेतोलाई गांव में शुक्रवार को वन्यजीव प्रेमियों को मॉनिटरिंग के दौरान इलाके में दुर्लभ प्रजाति के गिद्धों के शव मिले, इस पर उन्होंने वन विभाग को सूचित किया. जिसके बाद वन विभाग के अधिकारियों ने बिखरे शवों को एकत्र कर अपने कब्जे में लिया.
गौरतलब है की इस क्षेत्र में वन विभाग का बहुत बड़ा आरक्षित क्षेत्र होने के कारण यहां विभिन्न प्रजातियों के पशु- पक्षी स्वच्छंद विचरण करते है, इलाके से गुजरने वाली हाइटेंशन बिजली की तारे इनके लिए मौत का कारण बनी हुई है और कई बार इस तरह के मामले भी सामने आए है.
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बता दें कि धोलिया-खेतोलाई गांव के बीच शुक्रवार को वन्यजीव प्रेमी राधेश्याम पेमाणी और उनके साथी वन्यजीवों को देखने के लिए निकले हुए थे. इस दौरान उन्हें एक हाइटेंशन बिजली के खम्भे के पास क्षत विक्षत हालात में करीब आधा दर्जन गिद्धों के शव बिखरे पड़े मिले. जिस पर उन्होंने इसकी सूचना लाठी स्थित वन विभाग के कार्मिकों को दी. सूचना पर क्षेत्रीय वन अधिकारी जगदीश विश्नोई सहित टीम मौके पर पहुंची तथा गिद्धों के बिखरे शवों को एकत्र कर उन्हें लाठी वनविभाग लेकर आए. शव काफी पुरानी होने के कारण उनका पोस्टमार्टम नहीं हो सका जिसके बाद वन विभाग ने शवों को दफना दिया.