जैसलमेर. प्रदेशभर में सोमवार को होलिका दहन का पर्व परंपरागत रूप से मनाया गया. इस दौरान स्वर्णनगरी में भी दहन से पूर्व महिलाओं और पुरुषों ने पारंपरिक परिधान पहन कर पूजा-अर्चना की. इसके बाद शुभ मुहूर्त में होलिका दहन किया गया. इसके साथ ही वहां मौजूद लोगों ने एक-दुसरे को होली की शुभकामनाएं दी.
होली का पर्व प्रेम और भाईचारे का प्रतीक माना जाता है. इस पर्व को प्रदेशभर में कल धुलंडी के रूप में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा. इसके लिए प्रदेश के युवाओं ने खासी तैयारियां कर ली हैं. इस दौरान डीजे की धून के साथ-साथ रंग-बिरंगे गुलाल घर के आंगन से लेकर शहर के मुख्य बाजारों तक देखने को मिल सकते हैं.
पढ़ें- होली 2020: मिठाइयों की जमकर हो रही खरीदारी, गुजिया की हाई डिमांड
वहीं, बात करें जैसलमेर कि तो यहां हर साल इस मौके पर सुबह से ही लोगों पर होली का खुमार सर चढ़ कर बोलता हैं. यहां कि खास बात यह है कि इस मौके का आनंद उठाने के लिए विदेशी प्रर्यटक भी बड़ी संख्या में शामिल होते है, जो देशी लोगों के साथ मिलकर रंगों के इस पर्व को खुशियों के साथ मनाते है, लेकिन इस बार कोरोना वायरस को लेकर स्वर्णनगरी में विदेशी सैलानी काफी कम संख्या में पहुंचे हैं.