जैसलमेर. आज गणेश चतुर्थी का पर्व है, लेकिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते मंदिरों और पंडालों पर प्रशासनिक पाबंदी है. जिससे इस पर्व की रंगत फीकी दिखाई दे रही है, लेकिन सरहदी जिले जैसलमेर में छोटे बच्चों की बप्पा के प्रति भक्ति का एक अलग ही रूप देखने को मिल रहा है.
शहर के इंदिरा कॉलोनी में छोटे बच्चों ने मिलकर घर में ही मिट्टी की गणेश प्रतिमा बनाई है और उसकी घर में ही विधिवत रूप से पूजा अर्चना कर घर में ही गणेश चतुर्थी का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मना रहे हैं.
8 साल के चिराग ने बताया कि उसने और उसके छोटे भाई कार्तिक ने अपनी बहनों के सहयोग से ये मिट्टी के गणपति की मूर्ति बनाई है और सभी ने विधिवत रूप से पूजा अर्चना कर बप्पा को मोदक का भोग लगाया है और इस मूर्ति का विसर्जन भी वे अपने घर में ही करेंगे. चिराग ने बताया कि कोरोना के कारण इन दिनों सभी मंदिर बंद है, लेकिन वो घर में ही इस पर्व को बड़े उत्साह के साथ अपने भाई बहनों सहित मना रहे हैं.
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वहीं उनकी बड़ी बहन तनीषा ने बताया कि उनके भाई के स्कूल से कुछ दिन पहले गणेश चतुर्थी पर मिट्टी की मूर्ति बनाने का एक प्रोजेक्ट आया था, जिससे उन्हें आइडिया आया कि क्यों ना इसे और अधिक बेहतर बनाकर गणेश प्रतिमा की घर में स्थापना की जाए. इसी के चलते सभी भाई बहनों ने मिलकर ये इको फ्रेंडली मिट्टी की मूर्ति बनाई है जिसकी आज विधिवत पूजा अर्चना कर घर में ही स्थापना की गई है और इसका घर में ही आगामी दिनों में विसर्जन किया जाएगा.
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विश्वव्यापी कोरोना महामारी के चलते इन दिनों सभी त्योहारों पर इसका असर साफ तौर पर दिखाई दे रहा है, लेकिन फिर भी घरों में रहकर ही लोग अपने-अपने तरीके से इन पर्वों को खास बनाने में जुटे हैं और इसी कड़ी में स्वर्णनगरी के छोटे-छोटे बच्चों ने मिट्टी की मूर्ति बनाकर गणपति बप्पा के प्रति अपनी आस्था के साथ ही कोरोना संक्रमण की रोकथाम के निर्देशों की पालना और पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया है.