जैसलमेर. जिले में भीषण गर्मी के मद्देनजर अभावग्रस्त घोषित क्षेत्रों में पशुओं के संरक्षण के लिए आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग व्यापक प्रयास कर रहा है. हाल ही में जिला कलेक्टर नमित मेहता के निर्देशानुसार 17 प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने जिले के 51 ग्राम पंचायतों की लगभग 150 गांवों का निरीक्षण कर ग्रामीणों से पानी, पशु चारे और रोजगार से संबंधित समस्याओं पर फीडबैक लिया था. फीडबैक के आधार पर जिला कलेक्टर नमित मेहता ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 35 हजार से अधिक पशुओं के लिए लगभग 250 पशु शिविर स्वीकृत किए हैं.
कलेक्टर नमित मेहता ने बताया कि जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों के ग्रामीण दौरे से मिले फीडबैक के आधार पर जिले में पानी और पशु चारे से संबंधित समस्याओं का समाधान किया जा रहा है. भीषण गर्मी को देखते हुए जहां पहले प्रति व्यक्ति 10 लीटर पानी मुहैया करवाया जा रहा था, उसे बढ़ाकर अब 15 लीटर कर दिया गया है. साथ ही जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि पाइपलाइन की मरम्मत, जीएलआर की साफ-सफाई और मरम्मत सहित अन्य कार्य जल्द ही पूरे कर पानी की आपूर्ति समय पर सुनिश्चित करवाएं.
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जिला कलेक्टर नमित मेहता ने कहा की अगले सप्ताह एक बार फिर से विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों की टीमों को ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं के फीडबैक के लिए भेजा जाएगा. जिससे की वहां की जमीनी हकीकत जान कर जल्द ही उसका समाधान किया जा सके. कलेक्टर की ओर से जारी आदेशानुसार पशु शिविरों में पशुओं के रखे जाने की समुचित व्यवस्था करनी होगी. इसके अंतर्गत बाड़ा, छाया, चारा संग्रहण स्थल, पानी इत्यादि सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित होंगी. स्वीकृति आदेश में कहा गया है कि एसडीआरएफ के मानदंडों के अनुसार पशु शिविरों में रखे जाने वाले बड़े पशुओं को 70 पशु प्रतिदिन और छोटे पशुओं के लिए 35 पशु प्रतिदिन की दर से चारा पशु आहार देने के लिए राहत सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी.