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हैदराबाद और टोंक की वारदात पर गहलोत के मंत्रियों की प्रतिक्रिया

जैसलमेर में कैबिनेट मंत्री बी.डी. कल्ला और अल्पसंख्यक मामलात मंत्री सालहे मोहम्मद दौरे पर रहे. इस दौरान हैदराबाद और टोंक में हुए दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना को निन्दनीय बताते हुए बी.डी. कल्ला ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं के लिये इंटरनेट जिम्मेदार है.

जैसलमेर की खबर, Cabinet Minister B.D. Kalla
बी.डी. कल्ला ने कहा कि दुष्कर्म की घटनाओं के लिये इंटरनेट जिम्मेदार
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Published : Dec 4, 2019, 7:09 PM IST

जैसलमेर. हैदराबाद में महिला से रेप और उसकी हत्या के बाद प्रदेश के टोंक जिले में एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या के मामले में देशभर में रोष व्याप्त है. इसी बीच सरकारें और नेता भी बयान दे रहे हैं. इसी कड़ी में राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री और जैसलमेर जिले के प्रभारी मंत्री बी.डी. कल्ला और अल्पसंख्यक मामलात मंत्री सालहे मोहम्मद ने भी इन घटनाओं की निन्दा करते हुए ऐसे आरोपियों के खिलाफ सख्ती की बात कही.

जैसलमेर दौरे पर आये प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री बी.डी. कल्ला ने इस प्रकार की घटनाओं के लिये इंटरनेट को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि सरकार को फिल्मों की तरह इंटरनेट पर भी सैंसरशिप लगानी चाहिये, ताकि इंटरनेट पर क्या सामग्री आनी चाहिये इस पर सरकार की नजर रह सके.

कल्ला ने कहा कि आज के समय में सूचना प्रौद्यौगिकी की क्रांति के चलते हर जेब में 24 घंटे इंटरनेट उपलब्ध है और इंटरनेट पर मानसिकता को विकृत करने वाली सामग्री के चलते युवा इस तरह की मानसिकता की ओर बढकर अपराधों को घटित कर रहे हैं.

बी.डी. कल्ला ने कहा कि दुष्कर्म की घटनाओं के लिये इंटरनेट जिम्मेदार

उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता और पारिवारिक संस्कारों की बात करते हुए कहा कि पुराने जमाने में शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता और परिवार के संस्कार लोगों को मानसिक समृद्ध बनाते थे, जबकि आज के समय में शिक्षा प्रणाली में हुए बदलाव ने युवाओं को पुरातन संस्कारों से विमुख कर दिया है और आजकल टीवी और इंटरनेट के माध्यम से मानसिकता को विकृत करने वाली सामग्री घर-घर में परोसी जा रही है. उन्होंने कहा है कि जिस दिन इंटरनेट पर सैंसरशिप लगा दिया जायेगा उसके बाद इस तरह के अपराधों में स्वतः ही कमी आ जायेगी.

पढ़ें- राजस्थान राज्य अंतर जिला सिविल सेवा बास्केटबॉल प्रतियोगिता का हुआ समापन

वहीं, प्रदेश के अल्पसंख्यक मामलात मंत्री सालेह मोहम्मद ने भी हैदराबाद और टोंक की घटना की निन्दा करते हुए कहा कि इस तरह की घटनाओं को घटित करने वालों के लिये समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिये. वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश और केन्द्र सरकार इस तरह की घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई करते हुए यह संदेश भी देती है कि इस तरह के गुनहगारों के लिये रहम की कतई गुंजाईश नहीं है.

साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार के बनने के बाद इस तरह की घटनाओं में कमी भी आई है और टोंक की घटना के बाद तुरंत ही आरोपी को पकड लेना सरकार की उपलब्धि है. ऐसे में अब न्यायालय की ओर से दोषी को कड़ी सजा देकर समाज में यह संदेश देने का प्रयास होगा कि इस तरह के दरिंदों की समाज में कोई जगह नहीं है.

जैसलमेर. हैदराबाद में महिला से रेप और उसकी हत्या के बाद प्रदेश के टोंक जिले में एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या के मामले में देशभर में रोष व्याप्त है. इसी बीच सरकारें और नेता भी बयान दे रहे हैं. इसी कड़ी में राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री और जैसलमेर जिले के प्रभारी मंत्री बी.डी. कल्ला और अल्पसंख्यक मामलात मंत्री सालहे मोहम्मद ने भी इन घटनाओं की निन्दा करते हुए ऐसे आरोपियों के खिलाफ सख्ती की बात कही.

जैसलमेर दौरे पर आये प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री बी.डी. कल्ला ने इस प्रकार की घटनाओं के लिये इंटरनेट को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि सरकार को फिल्मों की तरह इंटरनेट पर भी सैंसरशिप लगानी चाहिये, ताकि इंटरनेट पर क्या सामग्री आनी चाहिये इस पर सरकार की नजर रह सके.

कल्ला ने कहा कि आज के समय में सूचना प्रौद्यौगिकी की क्रांति के चलते हर जेब में 24 घंटे इंटरनेट उपलब्ध है और इंटरनेट पर मानसिकता को विकृत करने वाली सामग्री के चलते युवा इस तरह की मानसिकता की ओर बढकर अपराधों को घटित कर रहे हैं.

बी.डी. कल्ला ने कहा कि दुष्कर्म की घटनाओं के लिये इंटरनेट जिम्मेदार

उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता और पारिवारिक संस्कारों की बात करते हुए कहा कि पुराने जमाने में शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता और परिवार के संस्कार लोगों को मानसिक समृद्ध बनाते थे, जबकि आज के समय में शिक्षा प्रणाली में हुए बदलाव ने युवाओं को पुरातन संस्कारों से विमुख कर दिया है और आजकल टीवी और इंटरनेट के माध्यम से मानसिकता को विकृत करने वाली सामग्री घर-घर में परोसी जा रही है. उन्होंने कहा है कि जिस दिन इंटरनेट पर सैंसरशिप लगा दिया जायेगा उसके बाद इस तरह के अपराधों में स्वतः ही कमी आ जायेगी.

पढ़ें- राजस्थान राज्य अंतर जिला सिविल सेवा बास्केटबॉल प्रतियोगिता का हुआ समापन

वहीं, प्रदेश के अल्पसंख्यक मामलात मंत्री सालेह मोहम्मद ने भी हैदराबाद और टोंक की घटना की निन्दा करते हुए कहा कि इस तरह की घटनाओं को घटित करने वालों के लिये समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिये. वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश और केन्द्र सरकार इस तरह की घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई करते हुए यह संदेश भी देती है कि इस तरह के गुनहगारों के लिये रहम की कतई गुंजाईश नहीं है.

साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार के बनने के बाद इस तरह की घटनाओं में कमी भी आई है और टोंक की घटना के बाद तुरंत ही आरोपी को पकड लेना सरकार की उपलब्धि है. ऐसे में अब न्यायालय की ओर से दोषी को कड़ी सजा देकर समाज में यह संदेश देने का प्रयास होगा कि इस तरह के दरिंदों की समाज में कोई जगह नहीं है.

Intro:Body:हैदराबाद व टोंक की घटना पर केबीनेट मंत्रियों की प्रतिक्रिया

केबीनेट मंत्री बी. डी. कल्ला व सालेह मोहम्मद ने घटना की करी निन्दा

इंटरनेट पर होनी चाहिये सैंसरशिप-बी. डी. कल्ला

कल्ला ने कहा इंटरनेट पर सैंसरशिप नहीं होना ऐसी घटनाओं का कारण

वहीं सालेह मोहम्मद ने कहा समाज में ऐसे दरिंदों के लिये कोई जगह नहीं

हैदराबाद में महिला डॉक्टर से रेप और उसकी हत्या के बाद प्रदेश के टोंक जिले में एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या के मामले में जहां देशभर में रोष व्याप्त है और देशभर के लोग इन घटनाओं को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं उसी बीच सरकारें और नेता भी इन घटनाओं को निन्दनीय बताते हुए इन पर कडी कार्यवाही के बयान दे रहे हैं। इसी कडी में राजस्थान सरकार के केबीनेट मंत्री और जैसलमेर जिले के प्रभारी मंत्री बी.डी. कल्ला व अल्पसंख्यक मामलात मंत्री सालहे मोहम्मद ने भी इन घटनाओं की निन्दा करते हुए ऐसे आरोपियों के खिलाफ सख्ती की बात कही।

जैसलमेर दौरे पर आये प्रदेश सरकार के केबीनेट मंत्री बी.डी. कल्ला ने इस प्रकार की घटनाओं के लिये इंटरनेट को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि सरकार को फिल्मों की तरह इंटरनेट पर भी सैंसरशिप लगानी चाहिये ताकि इंटरनेट पर क्या सामग्री आनी चाहिये इस पर सरकार की नजर रह सके। कल्ला ने कहा कि आज के समय में सूचना प्रौद्यौगिकी की क्रांति के चलते हर जेब में 24 घंटे इंटरनेट उपलब्ध है और इंटरनेट पर मानसिकता को विकृत करने वाली सामग्री के चलते युवा इस तरह की मानसिकता की ओर बढकर अपराधों को घटित कर रहे हैं। उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता और पारिवारिक संस्कारों की बात करते हुए कहा कि पुराने जमाने में शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता और परिवार के संस्कार लोगों को मानसिक समृद्ध बनाते थे जबकि आज के समय में शिक्षा प्रणाली में हुए बदलाव ने युवाओं को पुरातन संस्कारों से विमुख कर दिया है और आजकल टीवी और इंटरनेट के माध्यम से मानसिकता को विकृत करने वाली सामग्री घर-घर में परोसी जा रही है। उन्होंने कहा है कि जिस दिन इंटरनेट पर सैंसरशिप लगा दिया जायेगा उसके बाद इस तरह के अपराधों में स्वतः ही कमी आ जायेगी।

वहीं प्रदेश के अल्पसंख्यक मामलात मंत्री सालेह मोहम्मद ने भी हैदराबाद व टोंक की घटना की निन्दा करते हुए कहा कि इस तरह की घटनाओं को घटित करने वालों के लिये समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिये वहीं उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश व केन्द्र सरकार इस तरह की घटनाओं पर त्वरित कार्यवाही करते हुए यह संदेश भी देती है कि इस तरह के गुनहगारों के लिये रहम की कतई गुंजाईश नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार के बनने के बाद इस तरह की घटनाओं में कमी भी आई है और टोंक की घटना के बाद तुरंत ही आरोपी को पकड लेना सरकार की उपब्धि है ऐसे में अब न्यायालय द्वारा दोषी को कडी सजा देकर समाज में यह संदेश देने का प्रयास होगा कि इस तरह के दरिंदों की समाज में कोई जगह नहीं है।

बाईट-1- बी.डी. कल्ला, केबीनेट मंत्री, राजस्थान सरकार
बाईट-2- सालेह मोहम्मद, अल्पसंख्यक मामलात मंत्री, राजस्थान सरकारConclusion:
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