जैसलमेर. भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा सुरक्षा बल का ऑपरेशन अलर्ट आज शुक्रवार से शुरू हो गया है, जो आगामी 27 जनवरी तक जारी रहेगा. इन दिनों तेज सर्दी और धूंध में होने वाली अवैध गतिविधियों के खिलाफ और गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा के मद्देनजर बीएसएफ ने सरहद पर यह ऑपरेशन शुरू किया है.
बीएसएफ के डीआईजी योगेंद्रसिंह ने बताया कि देश की प्रथम रक्षा पंक्ति यानी सीमा सुरक्षा बल 24 घण्टे और 365 दिन सरहद पर मुस्तैदी से ड्यूटी कर देश की सीमाओं की रक्षा करती है, लेकिन इन दिनों सर्दी के मौसम के चलते घने कोहरे और धूंध का फायदा उठाकर होने वाली किसी भी तरह की घुसपैठ व अन्य गतिविधियों को रोकने के लिए बीएसएफ इस ऑपरेशन के दौरान पूरी तरह से अलर्ट मोड पर रहेगी. डीआईजी ने बताया कि बीएसएफ का 19 जनवरी से शुरू हुआ यह ऑपरेशन अलर्ट 27 जनवरी तक चलेगा. इस दौरान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर निगरानी तंत्र को मजबूत किया गया है. साथ ही चौकसी भी बढ़ाई गई है. बीएसएफ के सभी जवान व अधिकरी सरहद पर मुस्तैदी के साथ अपना फर्ज निभा रहे हैं.
अधिकारी कर रहे सीमा चौकियां का दौरा : इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान की बॉर्डर पर सीमा सुरक्षा बल ने अपनी नफरी में इजाफा कर दिया है और सभी रैंक के अधिकारियों को सीमा क्षेत्र में जाकर निगरानी व्यवस्था की मॉनिटरिंग करने के लिए निर्देशित किया है. इसके बाद अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्र में अवस्थित सीमा चौकियों का दौरा शुरू कर दिया है.
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राष्ट्रीय पर्वों पर विशेष निगरानी : गौरतलब है कि 26 जनवरी को देश गणतंत्र दिवस मनाता है. ऐसे में इस महत्वपूर्ण मौके पर अशांति फैलाने वाले तत्व और तस्करी जैसी अवैध गतिविधियों में लिप्त लोग कोई गड़बड़ी न कर दे, इसी को देखते हुए भारतीय सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल के जवान और अधिकारी खास निगरानी रखते हैं. डीआइजी ने कहा कि वैसे तो वर्ष पर्यंत अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता होती है, लेकिन 15 अगस्त और 26 जनवरी जैसे भारतीय राष्ट्रीय पर्वों पर अचूक व्यवस्था करने की दरकार रहती है. ऐसे में इन दिनों में सरहद पर घुसपैठ और तस्करी की आशंकाओं को रोकने के लिए अलर्ट चलाया जाता है. इस दौरान सरहद पर बीएसएफ की ओर से चौकसी बढ़ा दी गई है. अभियान के दौरान गश्त बढ़ाने के साथ ही चेक पोस्ट की संख्या में भी बढ़ोतरी की जाएगी. ऊंटों से गश्त और फुट पेट्रोलिंग भी बढ़ाई जाएगी ताकि सीमा पार से आने वाली कोई भी अवांछनीय गतिविधि को रोका जा सके.
दुर्लभ इलाकों में ऊंटों से पेट्रोलिंग : इसके अलावा गाड़ियों से पेट्रोलिंग भी की जाएगी. वहीं, दुर्लभ इलाकों में पैदल व ऊंटों के माध्यम से बीएसएफ के जवान पेट्रोलिंग करेंगे. बीएसएफ के डीआईजी ने बताया कि सरहद पर तेज सर्दी के चलते जवानों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. ताकि तेज सर्दी व धूंध में जवानों को दिन व रात में ड्यूटी के दौरान किसी प्रकार की समस्या ना हो.