जैसलमेर. जिले में सोमवार से पांचवी इंटरनेशनल आर्मी स्काउट मास्टर कंपटीशन का शुभांरभ हुआ. बता दें कि इस प्रतियोगिता में भारत सहित 8 देशों की टीमें विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं के अलावा भारतीय सेना के दुर्गम स्थितियों में डटे रहने के गुर जानेंगे.
इन टीमों में भारत के अलावा रूस, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, जिंबाब्वे, अर्मेनिया, बेला रूस ,चीन और सुडान की टीम भाग ले रही हैं. दक्षिणी कमान के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल डीएस आहूजा, 12 कोर जीओसी वी श्रीनिवास, रूस के उप रक्षा मंत्री यूनुस बेक एवकुरोव ने प्रतियोगिता का शुभारंभ मास्टर्स ट्रॉफी के अनावरण के साथ किया.
लेफ्टिनेंट जनरल आहूजा ने बताया कि यह बहुत बड़ा आयेाजन है. यह प्लेटफार्म एक दूसरे से ट्रेनिंग, सांस्कृतिक आदान प्रदान और कौशल सीखने का है. साथ ही प्रोफेशनल ट्रेनिंग भी होगी. जनरल आहूजा ने कहा कि भारतीय सेना की ट्रेनिंग का चीन सम्मान करता है, इसलिए चीन भी भाग ले रहा है. रूस के रक्षामंत्री ने भी भारत में हो रही इस प्रतियोगिता पर खुशी जताई है.
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बता दें कि जैसलमेर के साथ ही रूस के मास्को में भी समारोह का आयोजन किया गया. भारत मे पहली बार इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. शुभारंभ समारोह में भारतीय सेना का जवानों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी. मद्रास रेजिमेंट ने मार्शल आर्ट कलरियपट्टू, सिख लाइट इन्फेंट्री ने भांगड़ा और गोरखा रेजिमेंट ने खुखरी डांस प्रस्तूत किया. इसके अलावा रूस के सैनिकों ने भी प्रस्तुतियां दी.
इस मास्टर कंपटीशन में आठों देशों के सैनिक बीएमपी यानी छोटे वाहन से दुश्मन के इलाके में घुसना और आक्रमण करना, एम्बुश लगाकर दुश्मन की सेना पर हमला करना, छोटे हथियारों से दुश्मन पर फायरिंग कर बढ़त बनाना, पानी में तैरते हुए दुश्मन के इलाके में पहुंच कर आक्रमण करने जैसे कौशल आपस में सीखेंगे.