जैसलमेर. लॉकडाउन की वजह से जैसलमेर के आश्रय स्थलों में रह रहे राजस्थान के अलग-अलग जिलों के प्रवासी श्रमिकों को राज्य सरकार के निर्देशों के बाद उनके घर भेजा जा रहा है. प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देशन में प्रवासी श्रमिकों को बसों से रवाना करने का काम लगातार जारी है.
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प्रशासन ने श्रमिकों को उनके गृह क्षेत्रों में भेजने की कार्रवाई के तहत पहले सभी बसों को अच्छी तरह स्प्रे कर सैनिटाइज करवाया. इसके बाद सभी प्रवासी श्रमिकों की स्क्रीनिंग और स्वास्थ्य जांच की गई. इसके अलावा दस्तावेजों का वेरीफिकेशन के भी किया गया. चिकित्सा दलों ने प्रवासी श्रमिकों की स्क्रीनिंग गुरुवार देर रात तक की.
दो दिनों में अब तक जिले के चांधन, बासनपीर जूनी, धायसर, जैसलमेर शहर, मोहनगढ़, 2 पीटीएम, जालूवाला, टॉवरी वाला और नाचना सहित विभिन्न क्षेत्रों में चिकित्सा दलों द्वारा स्क्रीनिंग और स्वास्थ्य जांच के बाद प्रवासी श्रमिकों को रोडवेज और निजी बसों से उनके गृह क्षेत्रों के लिए रवाना किया गया है.
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बता दें कि इससे पहले जिला कलेक्टर नमित मेहता ने जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. किरण कंग सिद्धू और अन्य अधिकारियों के साथ जिले के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर प्रवासी श्रमिकों की रवानगी से संबंधित गतिविधियों का निरीक्षण किया था. जिला कलेक्टर ने नाचना और सुथार मंडी में प्रवासी श्रमिकों के आश्रय स्थलों को देखा थी और वहां की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे.