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Maru Mahotsav 2022 : शोभायात्रा के साथ महोत्सव के दूसरे दिन का आगाज, बहुरंगी लोक सांस्कृतिक कार्यक्रमों में रंगी स्वर्णनगरी

स्वर्णनगरी जैसलमेर में जग विख्यात मरु महोत्सव 2022 (International Desert Festival 2022) के दूसरे दिन का आगाज नगर आराध्य लक्ष्मीनाथ मंदिर में महाआरती से हुआ. सोनार दुर्ग से भव्य शोभा यात्रा निकली गई.

International Desert Festival 2022
मरु महोत्सव का दूसरा दिन
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Published : Feb 14, 2022, 1:15 PM IST

जैसलमेर. कलात्मक सुन्दरता और बारीक नक्काशी कार्य के कारण विश्व स्तरीय पहचान बना चुकी स्वर्णनगरी में जग विख्यात (2nd Day OF International Desert Festival 2022) मरु महोत्सव 2022 के दूसरे दिन का आगाज नगर आराध्य लक्ष्मीनाथ मंदिर में महाआरती से हुआ. सोनार दुर्ग से भव्य शोभा यात्रा निकली गई. दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर पहचान दिलाने वाले मरु महोत्सव का आगाज कलेक्टर डॉ. प्रतिभा सिंह, सभापति हरिवल्लभ कल्ला, एसपी भंवर सिंह नाथावत, कांग्रेस जिलाध्यक्ष उम्मेद सिंह तंवर, पूर्व जिला प्रमुख अंजना मेघवाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद डॉ. टी. शुभमंगला, सहित कई जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने हरी झंडी दिखाकर किया.

इस दौरान शोभा यात्रा में अंतरराष्ट्रीय कलाकारों के साथ राजस्थानी लोक नृत्य शुरू हो गया. इन सबके बीच सीमा सुरक्षा बल के अनुशासित बैंड ने भी लोगों को खासा आकर्षित किया. पर्यटन का महाकुंभ कहे जाने वाले इस मरु महोत्सव को लेकर स्वर्णनगरी जैसलमेर की छटा पर्यटन रंगों में सराबोर नजर आ रही है. सैलानियों से आज स्वर्णनगरी की सड़कें गुलजार है और जहां देखो वहां लोक संस्कृति के रंग बिखरे दिखाई दे रहे हैं. कालबेलिया सहित अन्य नृत्य देखकर सैलानी और स्थानीय लोगों में उत्साह दिखा.

मरु महोत्सव का दूसरा दिन

कलाकारों के कला प्रदर्शन को लोग एकटक निहारते रहे. गोपा चौक और सोनार दुर्ग के आगे कलाकारों ने जमकर नृत्य से अपनी अनुठी कलकाओं का प्रदर्शन कर सैलानियों का दिल जीत लिया. गौरतलब है कि वर्ष 1980 के बाद ‘क्लासिक टूरिज्म’ के प्रेमी विदेशियों के पांव जैसलमेर में पडने शुरू हुए थे. इसके बाद पर्यटकों की आवक से मरुस्थलीय जिले की तस्वीर संवरने लगी. सरकारी तंत्र ने जल्द ही जैसलमेर के पर्यटन महत्व को भांप लिया और 1989 में यहां ‘डेजर्ट फेस्टिवल’ का पहला आयोजन हुआ.

पढ़ें : International Desert Festival 2022 : पोकरण में 'हौसलों की नई उड़ान' थीम पर होंगे आयोजन, तैयारियों में जुटा प्रशासन

आज विश्व जगत में देशी-विदेशी सैलानियों के बीच प्रमुख ‘कार्नीवल’ के रूप में जैसलमेर अपनी पहचान बना चुका है और यह देन है विश्व विस्तरीय ख्याति अर्जित कर चुके मरु महोत्सव (Maru Mahotsav 2022) की. मिस्टर डेजर्ट और मिस मूमल के प्रतिभागी आकर्षण शोभायात्रा के साथ चल रहे मरु श्री, मिस मूमल के प्रतिभागी आकर्षण का केन्द्र रहे. रौबदार मूंछ और दाढ़ी के बीच राजस्थानी वेशभूषा में देहाती ग्रामीण का वेशभूषा में युवाओं ने लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया. शोभायात्रा के दौरान देसी-विदेशी सैलानियों में फोटो का क्रेज रहा. हर कोई अपने मोबाइल से फोटो शूट करता नजर आया. पुलिस की और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी दिखाई दिए.

जैसलमेर. कलात्मक सुन्दरता और बारीक नक्काशी कार्य के कारण विश्व स्तरीय पहचान बना चुकी स्वर्णनगरी में जग विख्यात (2nd Day OF International Desert Festival 2022) मरु महोत्सव 2022 के दूसरे दिन का आगाज नगर आराध्य लक्ष्मीनाथ मंदिर में महाआरती से हुआ. सोनार दुर्ग से भव्य शोभा यात्रा निकली गई. दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर पहचान दिलाने वाले मरु महोत्सव का आगाज कलेक्टर डॉ. प्रतिभा सिंह, सभापति हरिवल्लभ कल्ला, एसपी भंवर सिंह नाथावत, कांग्रेस जिलाध्यक्ष उम्मेद सिंह तंवर, पूर्व जिला प्रमुख अंजना मेघवाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद डॉ. टी. शुभमंगला, सहित कई जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने हरी झंडी दिखाकर किया.

इस दौरान शोभा यात्रा में अंतरराष्ट्रीय कलाकारों के साथ राजस्थानी लोक नृत्य शुरू हो गया. इन सबके बीच सीमा सुरक्षा बल के अनुशासित बैंड ने भी लोगों को खासा आकर्षित किया. पर्यटन का महाकुंभ कहे जाने वाले इस मरु महोत्सव को लेकर स्वर्णनगरी जैसलमेर की छटा पर्यटन रंगों में सराबोर नजर आ रही है. सैलानियों से आज स्वर्णनगरी की सड़कें गुलजार है और जहां देखो वहां लोक संस्कृति के रंग बिखरे दिखाई दे रहे हैं. कालबेलिया सहित अन्य नृत्य देखकर सैलानी और स्थानीय लोगों में उत्साह दिखा.

मरु महोत्सव का दूसरा दिन

कलाकारों के कला प्रदर्शन को लोग एकटक निहारते रहे. गोपा चौक और सोनार दुर्ग के आगे कलाकारों ने जमकर नृत्य से अपनी अनुठी कलकाओं का प्रदर्शन कर सैलानियों का दिल जीत लिया. गौरतलब है कि वर्ष 1980 के बाद ‘क्लासिक टूरिज्म’ के प्रेमी विदेशियों के पांव जैसलमेर में पडने शुरू हुए थे. इसके बाद पर्यटकों की आवक से मरुस्थलीय जिले की तस्वीर संवरने लगी. सरकारी तंत्र ने जल्द ही जैसलमेर के पर्यटन महत्व को भांप लिया और 1989 में यहां ‘डेजर्ट फेस्टिवल’ का पहला आयोजन हुआ.

पढ़ें : International Desert Festival 2022 : पोकरण में 'हौसलों की नई उड़ान' थीम पर होंगे आयोजन, तैयारियों में जुटा प्रशासन

आज विश्व जगत में देशी-विदेशी सैलानियों के बीच प्रमुख ‘कार्नीवल’ के रूप में जैसलमेर अपनी पहचान बना चुका है और यह देन है विश्व विस्तरीय ख्याति अर्जित कर चुके मरु महोत्सव (Maru Mahotsav 2022) की. मिस्टर डेजर्ट और मिस मूमल के प्रतिभागी आकर्षण शोभायात्रा के साथ चल रहे मरु श्री, मिस मूमल के प्रतिभागी आकर्षण का केन्द्र रहे. रौबदार मूंछ और दाढ़ी के बीच राजस्थानी वेशभूषा में देहाती ग्रामीण का वेशभूषा में युवाओं ने लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया. शोभायात्रा के दौरान देसी-विदेशी सैलानियों में फोटो का क्रेज रहा. हर कोई अपने मोबाइल से फोटो शूट करता नजर आया. पुलिस की और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी दिखाई दिए.

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