जयपुर. मकर संक्रांति का पर्व आने वाला है. मकर संक्रांति पर पतंगबाजी से काफी संख्या में पक्षी भी घायल होते हैं. घायल पक्षियों को बचाने के लिए वन विभाग और रक्षा संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में रविवार को राजस्थान फॉरेस्ट्री एंड वाइल्डलाइफ ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में पक्षियों पर कार्य करने वाले कार्यकर्ता, संस्थान, फ्रंटलाइन फील्ड स्टाफ को घायल पक्षियों के रेस्क्यू, प्राथमिक इलाज, पुनर्वास और रिलीज करने के बारे में बताया गया.
घायल पक्षियों को बचाने के लिए वर्कशॉप : राजस्थान फॉरेस्ट्री एंड वाइल्डलाइफ ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट (RFWTI) की डायरेक्टर शैलजा देवल ने बताया कि वन विभाग, रक्षा संस्थान और यूके की ऑर्गेनाइजेशन वाइल्डलाइफ वेट्स के संयुक्त तत्वावधान में वर्कशॉप का आयोजन किया गया. वर्कशॉप में वेटरनरी डॉक्टर, कॉलेज स्टूडेंट्स, रेस्क्यूअर्स शामिल हुए. खास तौर पर पक्षियों की रेस्क्यू के समय ध्यान रखने वाली बातें सिखाई गई. 14 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व आने वाला है. पतंग की डोर से काफी पक्षी घायल हो जाते हैं.
पतंग उड़ाने वालों से अपील : शैलजा देवल ने बताया कि घायल पक्षियों को बचाने के लिए रक्षा संस्थान के साथ कई वर्षों से काम कर रहे हैं. मकर संक्रांति के अवसर पर जयपुर शहर में जगह-जगह पक्षी उपचार शिविर लगाए जाएंगे. उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा की पतंग उड़ाते समय पक्षियों का भी ध्यान रखें. अगर कोई भी घायल पक्षी मिलता है, तो तुरंत वन विभाग या रक्षा संस्थान को सूचना दें. जहां पर पक्षियों को दाना डाला जाता है, या फिर पक्षी ज्यादा आते जाते हैं, उन जगहों पर पतंगबाजी न करें.
बर्ड्स एक्सपर्ट एवं रक्षा संस्थान के रोहित गंगवाल ने बताया कि संस्था कार्यकर्ताओं ने स्टूडेंट समेत वर्कशॉप में शामिल हुए पक्षी प्रेमियों को पक्षियों के रेस्क्यू और प्राथमिक उपचार के बारे में सिखाया गया, कार्यशाला में भाग लेने वालों को सर्टिफिकेट दिए गए हैं. इस तरह की वर्कशॉप और भी आयोजित की जाएगी. रक्षा संस्थान की ओर से 12 से 16 जनवरी को मालवीय नगर और रामनिवास बाग में पक्षी उपचार कैंप लगाया जाएगा. उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि अगर कोई भी घायल पक्षी दिखे तो रक्षा संस्थान की हेल्पलाइन नंबर 9828500065 पर फोन करके सूचना दें.