जयपुर. राजधानी के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में मौजूद इकलौते सफेद बाघ राजा का स्वास्थ्य पिछले कुछ दिनों से खराब चल रहा है. सफेद बाघ की तबीयत ज्यादा बिगड़ने के बाद वन्यजीव चिकित्सकों की टीम ने ब्लड सैंपल लिए हैं. बाघ के ब्लड सैंपल जांच के लिए बरेली के आईवीआरआई भेजे गए हैं.
बताया जा रहा कि हालत खराब होने से बाघ भोजन भी नहीं खा पा रहा है. बाघ के यूरिन में खून आने के बाद वन विभाग सक्रिय हो गया है. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वन्यजीव पशु चिकित्सकों की टीम बाघ का इलाज कर रही है. बाघ को बरेली के आईवीआरआई के वैज्ञानिकों की सलाह पर दवाइयां दी जा रही हैं. हालांकि, बाघ की बीमारी का पता नहीं चल पाया है. आईवीआरआई बरेली की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही असली वजह सामने आ पाएगी. वन विभाग के अधिकारी पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
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वन विभाग के डीसीएफ सुदर्शन शर्मा के मुताबिक नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में नर सफेद बाघ खुराक कम ले रहा था और यूरिन में भी खून आने लग गया, जिसका पशु चिकित्सकों द्वारा उपचार किया जा रहा है. इस दौरान जयपुर में हाथियों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए एक दल दिल्ली से जयपुर भेजा गया था. इस दल में शामिल डॉ. मन मनोहरन और डॉक्टर करीकलन से भी सफेद नर बाघ का स्वास्थ्य परीक्षण करवाया गया. डॉक्टर्स की टीम ने बाघ के यूरिन का नमूना भी लिया. बाघ का ब्लड और यूरिन सैंपल जांच के लिए बरेली की लैब में भेजा गया है. साथ ही वहां कार्यरत वैज्ञानिकों से सलाह लेकर दवाइयां शुरू की गई हैं.
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बता दें कि राजधानी जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में सफेद बाघ का जोड़ा था, जिसमें सफेद बाघिन सीता की पहले ही मौत हो चुकी है और अब सफेद बाघ राजा की भी तबीयत खराब चल रही है. ऐसे में वन विभाग के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. वन विभाग के अधिकारी भी बाघ के स्वास्थ्य को लेकर पूरी मॉनिटरिंग कर रहे हैं.