जयपुर. राजस्थान में बीजेपी सरकार द्वारा वर्ष 2016 में राज्य के निराश्रित, अपंग और वृद्ध गौवंश के संरक्षण के लिए गौ संरक्षण व संवर्धन अधिनियम बनाया गया था. इस अधिनियम के तहत राज्य की पंजीकृत गौशालाओं और कांजी हाउस में लावारिस गौवंश के पालन-पोषण के लिए सहायता राशि देने का प्रावधान किया, जिसके चलते स्टाम्प से होने वाली आय से 2016 से अब तक काफी राहत थी, लेकिन अब वर्तमान सरकार ने अन्य कारणों में खर्च के लिए नियम बना दिए हैं.
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वहीं, संत हरिशंकर वेदांती ने कहा कि गाय का निवाला छीनकर आपदा प्रबंधन में लगाना ठीक नहीं है. बल्कि सभी छोटी-बड़ी गौशालाओं को सहयोग राशि मिलनी चाहिए और सभी 365 दिन ही गाय और गौशालाओं को अनुदान दिया जाए. वेदांती ने कहा कि गौमाता के रूप में गाय को देखा जाता है और गायों के कोटे के पैसे गायों पर ही खर्च किया जाना चाहिए.
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वहीं, उन्होंने गौचर भूमि को संरक्षित करने की बात कही. उन्होंने कहा की ऐसे में यदि उनकी मांगों को राज्य सरकार अनसुनी करती है तो वो आंदोलन करेंगे.