जयपुर. वसुंधरा राजे सिंधिया ने मीडिया से बातचीत में पुराना बजट पढ़ने को एक तरह से अक्षम्य बताया. उन्होंने सीएम की इस गलती पर सख्त ऐतराज जताया. अपने दिन याद किए. कहा वो भी बतौर सीएम बजट पढ़ चुकी हैं लेकिन कभी ऐसी गलती नहीं की इसलिए क्योंकि वो बजट पटल पर रखने से पहले उसको ठीकठाक से पढ़कर, समझ कर आती थीं. इसके साथ ही उन्होंने सीएम के इकबाल पर भी सवाल खड़े किए.
क्या कहा वसुंधरा ने- सीएम आज बतौर वित्त मंत्री अपने इस कार्यकाल का अंतिम बजट पेश कर रहे थे तभी पुराना बजट पढ़ने लगे. इस पर बाहर आकर पूर्व सीएम बोलीं- मैं जब मुख्यमंत्री थी तो 2 बार बजट को पढ़ती थी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 8 मिनट तक पुराना बजट पढ़ते रहे. इतिहास में पहली बार हुआ जब पुराना बजट पढ़ा गया. सवाल दागा कि जो मुख्यमंत्री पुराना बजट पढ़ सकता है तो आप सोच सकते हैं उसके राज में राजस्थान कितना सुरक्षित है.
क्या हुआ था?- आज सीएम अशोक गहलोत अपना बजट पेश कर रहे थे इसी दौरान वो इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना को लेकर पिछले साल का बजट पढ़ गए. गलती के बारे में उन्हें उनके मंत्री महेश जोशी ने बताया. लेकिन इसे ही विपक्षी खेमे ने पकड़ लिया और शोर शराबा शुरू हो गया. सीएम का मजाक बन गया. विपक्ष शेम शेम कहते हुए वेल में आ गया. स्पीकर सीपी जोशी ने इस पर सख्त आपत्ति जताई और नाराजगी जाहिर कर अपने होने की अहमियत समझाने की कोशिश की. इसके बाद भी विपक्ष शांत नहीं हुआ तो स्पीकर ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी.