जयपुर. पूर्व सीएम और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुन्धरा राजे ने कहा है कि टिड्डी दलों के हमले के साथ प्रदेश में आंधी, तूफान, अतिवृष्टि और ओलावृष्टि का दौर निरंतर जारी है. जिससे किसानों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है. इसके बावजूद राज्य सरकार किसानों को ना तो बीमा कंपनियों से मुआवजा दिला पाई है और ना ही आपदा राहत कोष से कोई सहायता राशि.
उन्होंने जारी एक बयान में कहा है कि वैश्विक महामारी के इस दौर में किसानों की जेब पर डाका डालने के लिए राज्य सरकार ने कृषि जिंसों पर 2 प्रतिशत अतिरिक्त टैक्स और लगा दिया है. उन्होंने कहा है कि हाल ही में हुई वीडियो कॉन्फ्रेंस में राजस्थान के करीब-करीब सभी विधायकों ने इसे हटाने का सुझाव दिया, लेकिन बावजूद इसके कांग्रेस सरकार इस किसान विरोधी फैसले को वापस नहीं ले रही है.
राजस्थान को मिलेगी अतिरिक्त राशि
राजे ने कहा है कि इससे उलट केन्द्र सरकार लोकहित के फैसले ले रही है. आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत अहम निर्णय लिए जा रहे हैं. जिसके तहत राज्य सरकारों की उधार सीमा को 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है. इससे करीब 11 हजार करोड़ रुपये राजस्थान सरकार को 17 हजार 500 करोड़ रुपये की सीमा के अतिरिक्त मिल सकेंगे.
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एसडीआरएफ में किसानों को राहत दे सरकार-राजे
उन्होंने कहा कि देश की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए SDRF के तहत राज्य सरकार को अब तुरंत किसानों की सहायता के लिए आगे आना चाहिए. साथ ही फसल खराबे का उचित मुआवजा, किसान विरोधी 2 प्रतिशत टैक्ट को वापस करने और कम से कम 3 माह तक के लिए बिजली बिल माफ करने जैसे कल्याणकारी कदम उठाने चाहिए. जिससे लॉकडाउन के विकट हालातों में देश के भंडार भरे रखने वाले हमारे अन्नदाता को थोड़ी राहत मिल सके.