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नगर निगम की साधारण सभा की बैठक चढ़ी हंगामे की भेंट - jaipur latest news

जयपुर नगर निगम की साधारण सभा की बैठक शुरू होते ही सदन में हंगामा शुरु हो गया. पहले निर्मला शर्मा को बोलने से टोकने पर भाजपा पार्षद नाराज हुए. फिर जैसे ही उप महापौर बोलने के लिए खड़े हुए तो उनके माइक से आवाज ही नहीं निकली. इस पर भाजपा पार्षदों ने तंज कसना शुरु कर दिया.

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Published : Aug 26, 2019, 2:31 PM IST

जयपुर. साधारण सभा की बैठक बैठक शुरू होते ही सदन में हंगामा शुरु हो गया. मान पंडित ने कहा आप भाजपा की आवाज को दबाना चाहते है इसलिए माइक बंद कर दिया गया. उन्होंने ताना देते हुए कहा कि शायद आप मीटिंग कराने के मूड में ही नहीं हैं. इस प्रकार बैठक शुरू होते ही 15 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी. सुबह ग्याहर बजकर नौ मिनट से 15 मिनट के लिए बैठक स्थगित हुई थी. वहीं दोबारा ग्यारह बजकर 24 मिनट पर शुरू हुई.

सभा हंगामे की वजह से कई बार हुई रद्द

उप महापौर मनोज भारद्वाज ने तंज कसते हुए कहा कि जब से आप मेयर बने हो तब से बड़े खुशमिजाज लग रहे हैं. 5 साल का बोर्ड और अब मात्र एक पेज का प्रस्ताव है. एक प्रस्ताव 2016 में जिसको सरकार को भेजा था. वह भी सदन में रखा हुआ है. इसके लिए 3:30 करोड़ रुपए का बजट बनाया गया था. जिसे अब साढे़ 56 लाख का कर दिया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि नाला सफाई, सीवरेज, सफाई व्यवस्था का विकास किया जा सकता था. जो कि नहीं किया गया.

पढे़ं- INX Media Case: CBI रिमांड के खिलाफ चिदंबरम की अर्जी खारिज

गौरतलब है कि यह बैटक 2 महीने में होनी थी. लेकिन 8 महीने हो गए हैं, बोर्ड की बैठक पहली बार हुई है. कांग्रेस पार्षद लक्ष्मण दास मोरानी भी सभा में चुप नहीं बैठे. उन्होंने कहा पहले वाले मेयर साहब तो फोन ही नहीं उठाते थे. मैंने अपने कांग्रेस पार्षदों को शांत कराया है. साथ ही वे बोले जब विकास की बात करनी है, तो सुनने भी पड़ेगी.

निर्दलीय पार्षद सुशील शर्मा कृष्ण का अवतार लेकर पहुंचे सभा में
जिस पर भाजपा पार्षद निर्मला शर्मा ने आपत्ति जताई और कहा कि यह धार्मिक भावनाओं से जुड़ा हुआ मामला है. इसलिए निर्दलीय पार्षद मंत्री सुशील शर्मा यह वेशभूषा उतार कर आए. मेयर ने कहा कि बैठक शहर की सफाई लाइट और विकास कार्यों पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई है. डिप्टी मेयर साहब आप अच्छी व्यवस्था देख कर जाए ताकि आने वाले समय में लोगों को याद रखें. डिप्टी मेयर ने जवाब में कहा कि आप पार्षदों का अपमान क्यों कर रहे हैं आप. जब तक महापौर नहीं करेगा तब तक कहीं पर उद्घाटन नहीं होगा, इसकी रिकॉर्डिंग तक है. उन्होंने आगे बोलते हुए कहा भाजपा विधायकों को उद्घाटन कार्यक्रम में भी नहीं बुलाया जाता है. भाजपा पार्षद शुरू से ही आक्रामक दिखे और कांग्रेस के पार्षद मेयर का बचाव करते हुए नजर आए. डिप्टी मेयर ने कहा कि आवारा कुत्ते बच्चा को नोच-नोच कर खा रहे और मेहर साहब ने आवारा कुत्तों को भैरव जी का अवतार बता दिया...यह शर्मनाक है.

नगर निगम की साधारण सभा की बैठक चढ़ी हंगामे की भेंट

पढ़ें- कहां गयी वो विरासत, जहां से गांधी ने बदला था हवाओं का रुख?

पार्षद मान पंडित ने कहा कि वोटिंग करा लो यहां कोई प्रस्ताव पास हो सकता है क्या? जिस महापौर को यह पता नहीं कि मेरा रखा हुआ प्रस्ताव यहां अस्वीकार हो सकता है. उन्हें ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है. सचिन पायलट ने पहले ही कह दिया है आपका नंबर आने वाला नहीं है. भाजपा पार्षद मुकेश लखानी ने आपत्ति जताई और कहा यह आरोप झूठे हैं. मनोज भारद्वाज ने अलग से एजेंडा रखा. एजेंडा की प्रति सचिव को दी. मेयर विष्णु लता ने आपत्ति जताई कहा कि जब सदन में मेयर खुद मौजूद है, तो फिर सेक्रेटरी को प्रस्ताव क्यों दिया जा रहा है. पार्षद श्वेता शर्मा ने सदन की कार्रवाई के दौरान वेल में निगम के कामों से जुड़े ठेकेदार के घूमने और इसका वीडियो वायरल होने को लेकर मेयर से सवाल किया.

जयपुर. साधारण सभा की बैठक बैठक शुरू होते ही सदन में हंगामा शुरु हो गया. मान पंडित ने कहा आप भाजपा की आवाज को दबाना चाहते है इसलिए माइक बंद कर दिया गया. उन्होंने ताना देते हुए कहा कि शायद आप मीटिंग कराने के मूड में ही नहीं हैं. इस प्रकार बैठक शुरू होते ही 15 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी. सुबह ग्याहर बजकर नौ मिनट से 15 मिनट के लिए बैठक स्थगित हुई थी. वहीं दोबारा ग्यारह बजकर 24 मिनट पर शुरू हुई.

सभा हंगामे की वजह से कई बार हुई रद्द

उप महापौर मनोज भारद्वाज ने तंज कसते हुए कहा कि जब से आप मेयर बने हो तब से बड़े खुशमिजाज लग रहे हैं. 5 साल का बोर्ड और अब मात्र एक पेज का प्रस्ताव है. एक प्रस्ताव 2016 में जिसको सरकार को भेजा था. वह भी सदन में रखा हुआ है. इसके लिए 3:30 करोड़ रुपए का बजट बनाया गया था. जिसे अब साढे़ 56 लाख का कर दिया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि नाला सफाई, सीवरेज, सफाई व्यवस्था का विकास किया जा सकता था. जो कि नहीं किया गया.

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गौरतलब है कि यह बैटक 2 महीने में होनी थी. लेकिन 8 महीने हो गए हैं, बोर्ड की बैठक पहली बार हुई है. कांग्रेस पार्षद लक्ष्मण दास मोरानी भी सभा में चुप नहीं बैठे. उन्होंने कहा पहले वाले मेयर साहब तो फोन ही नहीं उठाते थे. मैंने अपने कांग्रेस पार्षदों को शांत कराया है. साथ ही वे बोले जब विकास की बात करनी है, तो सुनने भी पड़ेगी.

निर्दलीय पार्षद सुशील शर्मा कृष्ण का अवतार लेकर पहुंचे सभा में
जिस पर भाजपा पार्षद निर्मला शर्मा ने आपत्ति जताई और कहा कि यह धार्मिक भावनाओं से जुड़ा हुआ मामला है. इसलिए निर्दलीय पार्षद मंत्री सुशील शर्मा यह वेशभूषा उतार कर आए. मेयर ने कहा कि बैठक शहर की सफाई लाइट और विकास कार्यों पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई है. डिप्टी मेयर साहब आप अच्छी व्यवस्था देख कर जाए ताकि आने वाले समय में लोगों को याद रखें. डिप्टी मेयर ने जवाब में कहा कि आप पार्षदों का अपमान क्यों कर रहे हैं आप. जब तक महापौर नहीं करेगा तब तक कहीं पर उद्घाटन नहीं होगा, इसकी रिकॉर्डिंग तक है. उन्होंने आगे बोलते हुए कहा भाजपा विधायकों को उद्घाटन कार्यक्रम में भी नहीं बुलाया जाता है. भाजपा पार्षद शुरू से ही आक्रामक दिखे और कांग्रेस के पार्षद मेयर का बचाव करते हुए नजर आए. डिप्टी मेयर ने कहा कि आवारा कुत्ते बच्चा को नोच-नोच कर खा रहे और मेहर साहब ने आवारा कुत्तों को भैरव जी का अवतार बता दिया...यह शर्मनाक है.

नगर निगम की साधारण सभा की बैठक चढ़ी हंगामे की भेंट

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पार्षद मान पंडित ने कहा कि वोटिंग करा लो यहां कोई प्रस्ताव पास हो सकता है क्या? जिस महापौर को यह पता नहीं कि मेरा रखा हुआ प्रस्ताव यहां अस्वीकार हो सकता है. उन्हें ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है. सचिन पायलट ने पहले ही कह दिया है आपका नंबर आने वाला नहीं है. भाजपा पार्षद मुकेश लखानी ने आपत्ति जताई और कहा यह आरोप झूठे हैं. मनोज भारद्वाज ने अलग से एजेंडा रखा. एजेंडा की प्रति सचिव को दी. मेयर विष्णु लता ने आपत्ति जताई कहा कि जब सदन में मेयर खुद मौजूद है, तो फिर सेक्रेटरी को प्रस्ताव क्यों दिया जा रहा है. पार्षद श्वेता शर्मा ने सदन की कार्रवाई के दौरान वेल में निगम के कामों से जुड़े ठेकेदार के घूमने और इसका वीडियो वायरल होने को लेकर मेयर से सवाल किया.

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