जयपुर. ग्रेटर नगर निगम की चौथी बोर्ड बैठक में गुरुवार को न केवल तू-तू, मैं-मैं हुई, बल्कि बात हाथपाई तक जा पहुंची. लंच के बाद जब बैठक की कार्रवाई शुरू हुई तो इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा देने के लिए ई-चार्जिंग स्टेशन लगाने के मुद्दे पर चर्चा के दौरान निर्दलीय पार्षद स्वाति परनामी और भाजपा पार्षद विकास बारेठ के बीच तू-तू, मैं-मैं शुरू हो गई.
उनके बीच विवाद को शांत करवाने के लिए उप महापौर पुनीत कर्णावट ने प्रयास किया, लेकिन निर्दलीय पार्षद स्वाति परनामी भाजपा पार्षद विकास बारेठ पर कार्रवाई और सदन से बाहर निकालने की मांग पर अड़ गईं. उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होती देखकर स्वाति परनामी मेयर के सामने धरने पर बैठ गईं और उनकी आंखों से आंसू निकल पड़े. भाजपा की अन्य महिला पार्षदों ने समझाइश का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं मानी और धरने पर बैठी रहीं. मामला शांत होता नहीं दिखा तो कांग्रेस पार्षद निर्दलीय महिला पार्षद के पक्ष में और भाजपा पार्षद के खिलाफ नारेबाजी करने लगे.
इस दौरान कांग्रेस के पार्षद वेल में आए तो भाजपा के पार्षद भी सीट से खड़े होकर वेल की तरफ बढ़ने लगे. इसके बाद दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की हुई और हाथापाई की नौबत आ गई. इसके बाद मेयर सौम्या गुर्जर ने 15 मिनट के लिए सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी. इस दौरान निर्दलीय पार्षद स्वाति परनामी और भाजपा पार्षद विकास बारेठ के बीच सुलह करवाने में सफलता मिली और दोनों हंसते-मुस्कुराते अपनी सीट पर जाकर बैठ गए. यह विवाद शांत होने पर सदन की कार्रवाई फिर शुरू की गई.
सदन में लगे मोदी और गहलोत के नारेः सदन में मेयर सौम्या गुर्जर ने जयपुर ग्रेटर नगर निगम की ओर से आधुनिक सुविधाओं से युक्त ऑडिटोरियम बनवाने का प्रस्ताव रखा और इस पर चर्चा शुरू हुई. इस दौरान भाजपा के पार्षद जितेंद्र श्रीमाली बोल पड़े कि राज्य की कांग्रेस सरकार की ओर से ग्रेटर नगर निगम को कोई मदद नहीं मिल रही है. विकास कार्य ग्रेटर नगर निगम अपने स्तर पर ही करवा रहा है. इस बात को लेकर भाजपा और कांग्रेस के पार्षद फिर आमने-सामने हो गए. भाजपा पार्षदों ने मोदी-मोदी के नारे लगाए तो कांग्रेस के पार्षदों ने जवाब में गहलोत-गहलोत के नारे लगाए.
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7 साल पुराने भुगतान को लेकर आपत्तिः नगर निगम के लिए किराए पर ट्रैक्टर मय हाइड्रोलिक ट्रॉली की आपूर्ति के लिए 2015-16 में निविदा स्वीकृत की गई थी. जिसके बकाया 22.10 लाख रुपए के भुगतान की प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति के प्रस्ताव और लोडर की निविदा के बकाया 56.50 लाख रुपए की राशि के भुगतान के प्रस्ताव पर उप महापौर पुनीत कर्णावट ने आपत्ति जताई. इसके बाद वित्त कमेटी की अध्यक्ष शील धाभाई ने कहा कि हूपर्स के टेंडर हुए और हूपर्स आ गए. इनका उद्घाटन भी हो गया लेकिन नंबर प्लेट तक नहीं आई. उन्होंने कमिश्नर से पूछा कि किसके आदेश पर यह हुआ है. इस पर उन्होंने मेयर से भी जवाब मांगा.
ग्रीन बॉन्ड जारी करने वाला देश का पहला नगर निगमः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर ग्रेटर नगर निगम ने पहल करते हुए बोर्ड बैठक में ग्रीन बॉन्ड जारी करने का प्रस्ताव शामिल किया. जिसे पारित कर दिया गया. दावा है कि ग्रेटर नगर निगम पहला नगरीय निकाय होगा, जहां ग्रीन बॉन्ड जारी किए जाएंगे. ऐसे में इसकी सबसे ज्यादा चर्चा रही. ग्रीन बांड के जरिए ग्रीन प्रोजेक्ट के लिए धनराशि जुटाई जाती है. इस राशि को अक्षय ऊर्जा, स्वच्छ परिवहन, ग्रीन बिल्डिंग जैसे प्रोजेक्ट पर लगाया जाएगा.
महापौर डॉ सौम्या गुर्जर का कहना है कि देश का पहला ग्रीन बॉन्ड ग्रेटर नगर निगम जारी करेगा. उन्होंने कहा है कि 6 महीने पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रीन बॉन्ड पर काम करने की आवश्यकता जताई थी. इसके जरिए शहर में प्रदूषित हो रहे वातावरण को ठीक करने, कार्बन क्रेडिट पर काम करने, एनर्जी बनाने, सौर ऊर्जा बनाने, बायोगैस बनाने, ट्रीटेड वॉटर सप्लाई करने जैसे कार्य किए जाएंगे. उससे जो भी रेवेन्यू जनरेट होगा, उसे ग्रीन बॉन्ड लेने वाले लोगों में बांटा जाएगा.
इन प्रस्तावों को मिली मंजूरीः बैठक में ग्रेटर नगर निगम के सामुदायिक केंद्रों को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ विकसित करने का प्रस्ताव पास हुआ. इसके अलावा नगर निगम ग्रेटर के सामुदायिक केंद्रों में गर्मी के दिनों में विश्राम स्थल बनाने, निगम के विकसित शवदाह गृह/श्मशान घाट में निगम द्वारा निशुल्क गोकाष्ठ मुहैया करवाने का प्रस्ताव भी पारित किया गया. ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र के सर्किल, डिवाइडर, तिराहे, चौराहे आदि का विकास एवं संधारण विकास समितियों, संस्थाओं-कंपनियों से करवाने का प्रस्ताव, नगर निगम की ओर से खेल अकादमी खोलने का प्रस्ताव, निगम की ओर से ग्रीन बॉन्ड जारी करने का प्रस्ताव, निगम मुख्यालय कैंपस के गार्डन एरिया में डबल बेसमेंट पार्किंग विकसित करने का प्रस्ताव और ई व्हीकल्स को प्रोत्साहित करने के लिए ई-चार्जिंग पॉइंट लगाने का प्रस्ताव पारित किया गया.
आखिर में हंगामे के कारण स्थगित हुई बैठक: ग्रेटर नगर निगम की साधारण सभा की बैठक का समापन हंगामे के साथ हुआ. बैठक स्थगित होने से विभिन्न वार्डों के विकास कार्य की बजट राशि में बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हो सकी. इस प्रस्ताव पर चर्चा शुरू तो हुई लेकिन भाजपा व कांग्रेस के पार्षद उलझ गए और हंगामा बढ़ा तो महापौर सौम्या गुर्जर ने बैठक स्थगित कर दी. अब साधारण सभा की बैठक की कार्रवाई 27 जून को होगी. इससे पहले आज बैठक में 15 प्रस्तावों को चर्चा के बाद मंजूरी दी गई. जबकि दो प्रस्तावों को खारिज कर दिया गया.