जयपुर. राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव बीते 24 दिन से कई मांगों को लेकर अन्न का त्याग कर रखा है. वह शुक्रवार से बिना जल के आंदोलन कर रहे है. इस दौरान उपेन यादव की तबीयत बिगड़ने पर बेरोजगार एकीकृत महासंघ के कार्यालय से मानसरोवर पुलिस उन्हें पहले एंबुलेंस से जयपुरिया अस्पताल लेकर गई, जहां से उन्हें एसएमएस अस्पताल रेफर कर दिया गया.
अजमेर में 7 फरवरी को सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का परिणाम जल्दी जारी करने और पेपर लीक प्रकरण की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर प्रदेश के युवा बेरोजगारों ने बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में प्रदर्शन किया था. युवा बेरोजगारों ने आरपीएससी पहुंचकर आंदोलन किया, तो पुलिस ने उन्हें आरपीएससी के गेट से दूर जाने को कहा. पुलिस की बात नहीं मानने पर धारा 144 का हवाला देते हुए लाठियां भांजते हुए आंदोलनरत युवा बेरोजगारों को मौके से खदेड़ा दिया गया था. जबकि, उपेन यादव और एक अन्य युवा बेरोजगार को गिरफ्तार किया गया था.
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इस कार्रवाई के विरोध में उपेन यादव ने बीते 24 दिन से अन्न त्याग रखा है और शुक्रवार को उन्होंने लिक्विड का भी पूरी तरह त्याग कर दिया. जिसके चलते शनिवार को उनको ड्रिप चढ़ाई गई और रविवार को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत आ गई. तबीयत बिगड़ने पर मानसरोवर पुलिस प्रशासन ने उपेन यादव को जयपुरिया अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया. जहां उनकी हालत स्थिर बनी हुई है. डॉक्टर की माने तो अगर उपेन अपनी जिद पर अड़े रहेंगे और जल ग्रहण नहीं करेंगे तो उनकी तबीयत और बिगड़ सकती है.
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बता दें कि उपेन यादव की अन्न-जल त्यागने के पीछे उनकी प्रमुख मांग अजमेर सिविल लाइन एसएचओ को तुरंत निलंबित कर बेरोजगारों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे को वापस लेने की है. इसके अलावा उन्होंने पीटीआई भर्ती परीक्षा का फाइनल परिणाम जारी कर नियुक्ति देने, बीते दिनों हुई कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने का हवाला देते हुए इसे निरस्त कर 1 महीने में दोबारा कराने जैसी मांगे कर्मचारी चयन बोर्ड के सामने उठा रखी है.