जयपुर. यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने नई गाइडलाइन जारी की है. नई गाइड लाइन के तहत अब विश्वविद्यालय और कॉलेजों में शिक्षकों की भर्तियां सालों साल नहीं अटकेगी. इस गाइडलाइन के तहत अब उच्च स्तर शिक्षा संस्थानों में चयन प्रक्रिया को शुरूकर छह माह के भीतर पूरा करना होगा.
विश्वविद्यालय और कॉलेजों के खाली पदों को भरने के लिए जारी गाइडलाइन के तहत पूरी चयन प्रक्रिया को 8 चरणों में बांटा गया है. इनमें रिक्तियों का पहचान करना, रिक्तियों को भरने की अनुमति लेना, रिक्तियों के लिए विज्ञापन जारी करना, चयन समिति का गठन करना, चयन समिति की बैठकों की तिथियां निर्धारित करना, आवेदनों की जांच पड़ताल करना, साक्षात्कार तक प्रारंभ करना और सक्षम प्राधिकारी का अनुमोदन शामिल है. इन सभी के लिए समय सीमा तय की गई है. इनमें रिक्तियों को भरने की अनुमति के लिए 30 दिन का समय तय किया गया है. इसी तरह आवेदन की जांच पड़ताल और साक्षात्कार के लिए भी 30-30 दिन का समय तय किया गया है.
यूजीसी ने विश्वविद्यालय और कॉलेजों के खाली पदों को भरने को लेकर यह गाइड लाइन उस समय जारी की है. जब विश्वविद्यालय और कॉलेजों में खाली पदों को भरने की तैयारी तेजी से चल रही हैं. यूजीसी ने भर्ती प्रक्रिया में कोई विलंब न हो. इसके लिए यह कदम उठाया है. वैसे भी उच्च शिक्षा की गुणवत्ता के सुधार में जुटी सरकार का जोर है कि जल्द से जल्द संस्थानों में शिक्षकों के खाली पदों को भरा जाए.
यूजीसी ने इसके साथ ही विश्वविद्यालय से तय गाइडलाइन का समय सीमा में पालना करने का निर्देश दिया है. साथ ही कहा है कि जो संस्थान इसकी पालना नहीं करेंगे. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिसमें अनुदान भी रोकना शामिल है. गौरतलब हो कि मौजूदा समय में देशभर के विश्वविद्यालयों में बड़ी संख्या में पद रिक्त हैं.
जानकारी के अनुसार देश के सरकारी विवि, कॉलेजों और अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों में करीब दो लाख से ज्यादा पद रिक्त पड़े हैं. अगर यूजीसी के निर्देशों से भर्ती की गई तो अगले छह माह के दौरान उच्च शिक्षण संस्थानों में दो लाख से ज्यादा शिक्षकों के ज्वाइन होने का रास्ता साफ हो जाएगा.