जयपुर. राजधानी में सफाई के हालात किसी से छुपे हुए नहीं है. और सोमवार को तो इस चरमराई सफाई व्यवस्था के प्रत्यक्षदर्शी खुद यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल भी बन गए. दरअसल, धारीवाल सोमवार को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का जायजा लेने के लिए परकोटा क्षेत्र में पहुंचे. यहां किशनपोल बाजार में गंदगी के आलम को देखते हुए उन्होंने निगम कमिश्नर को लताड़ लगाई. आगे गणगौरी बाजार में भी सफाई के कुछ यही हालात देखने को मिले.
हालांकि सड़क पर बने कचरा डिपो को तो खुद मंत्री भी नजरअंदाज कर गए, लेकिन बाद में उन्होंने खुद माना कि शहर की सफाई व्यवस्था के हालात खराब है. सफाई व्यवस्था को ढर्रे पर लाने के लिए उन्होंने निगम से कोई नया प्रस्ताव सरकार को भेजने की बात भी कही.
उधर, मेयर विष्णु लाटा ने मंत्री के निर्देश पर जल्द ही ऐसी व्यवस्था शुरू करने की बात कही, जिससे जनता को सफाई को लेकर किसी तरह की शिकायत ना हो. मेयर ने बिगड़ी सफाई व्यवस्था का जिम्मेदार सिस्टम के लचीले होने को बताया. साथ ही कहा कि यदि नाइट स्वीपिंग हो जाती तो पूरा शहर साफ नजर आता.
यूडीएच मंत्री ने माना सफाई व्यवस्था की हालत खराब, मेयर ने कहा - हम एक ही पार्टी के नेता
हालांकि यूडीएच मंत्री के दौरे के दौरान सफाई व्यवस्था में हुई चूक को लेकर किए गए सवाल को मेयर ने ये कहकर टाल दिया कि मंत्री जी और वे एक ही पार्टी के हैं. वहीं हाल ही में ईटीवी भारत ने भी जयपुर की चारदीवारी इलाके में लगे गंदगी के अंबार और सफाई की अव्यवस्था को खबर के जरिए को उजागर किया था. वहीं अब तो खुद यूडीएच मंत्री भी इसके गवाह भी बन गए हैं. ऐसे में अब देखना होगा कि निगम प्रशासन जिस व्यवस्था को शुरू करने की बात कह रहा है, उसे कब तक अमलीजामा पहनाता है.