विराटनगर (जयपुर). जिले के विराटनगर थाना क्षेत्र के बिलवाड़ी के जंगल में जयपुर के व्यवसायी से हथियार दिखाकर 40 लाख रुपए की डकैती प्रकरण में फरार दो बदमाश को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपीयों से 13 लाख 50 हजार रुपए की राशि भी बरामद की गई. वहीं, इस डकैती प्रकरण में अब तक 6 आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार किया गया है.
बता दें कि 18 जून को श्याम एसोसिएट के मुनीम योगेंद्र कुमार, जो कि विभिन्न फर्मों का कलेक्शन कर 40 लाख रुपए लेकर आ रहा था. उससे डकैती की घटना को बदमाशों ने अंजाम दिया था. डकैती की पूरी वारदात का खुलासा 22 जून को जयपुर जिला पुलिस अधीक्षक शंकर दत्त शर्मा ने किया था. जिसमें बताया गया पूरी साजिश व्यवसाय के ड्राइवर और हेल्पर ने हीं रची थी. साथ ही आरोपियों से 17 लाख रुपए, घटना में प्रयुक्त कार और मोटरसाइकिल भी बरामद की गई थी.
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टीम के अंतर्गत रामकुमार कस्वां अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, कोटपुतली, सुरेंद्र सिंह पुलिस उपअधीक्षक शाहपुरा, दिनेश कुमार यादव पुलिस उप अधीक्षक, कोटपुतली सहित अनेक थानों के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस डकैती प्रकरण का खुलासा किया. पुलिस ने कुलदीप उम्र 24 साल और हेमेंद्र उम्र 23 साल को गिरफ्तार किया गया. वहीं, पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
यह था पूरा मामला...
दरअसल, 18 जून को श्याम एसोसिएट के मुनीम योगेंद्र कुमार जयपुर, बांदीकुई, महवा, नगर, अलवर और थानागाजी से 40 लाख रुपये का कलेक्शन कर अपने वाहन से जयपुर के लिए रवाना हुए और उनकी गाड़ी को फर्म का ड्राइवर जनक सिंह चला रहा था. जैसे ही गाड़ी शाम को 6 बजे करीब बिलवाड़ी जंगलों में पहुंची तो पीछे से एक अल्टो कार ने ओवरटेक करके गाड़ी रुकवाई.
जिसमें से मुंह पर सफेद कपड़ा लपटे बदमाशों ने पहले डिजायर गाड़ी के शीशे तोड़े और फिर रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हो गये. पुलिस ने जब जांच पड़ताल की तो सेल्समैन के ड्राइवर जनक सिंह की भूमिका संदिग्ध लगी. ऐसे में पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो पूरे प्रकरण का खुलासा हो गया.
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ड्राइवर जनक ने व्यवसायी के हेल्पर अर्जुन के साथ मिलकर सारी घटना को अंजाम दिया. घटनास्थल के निरीक्षण के प्रथम दिन से ही पुलिस को ड्राइवर पर शक था. जिसे उसके मोबाइल नंबरों की सीडीआर का विश्लेषण किया गया और पुलिस की ओर से कठोरता से पूछताछ के बाद ड्राइवर ने अपना जुर्म कबूल लिया.