जयपुर. सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने मंगलवार को शासन सचिवालय में विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली. बैठक में उन्होंने कहा कि फसली ऋण के लिए ऑनलाइन पंजीयन की प्रक्रिया जारी है और ऑनलाइन पंजीयन कराने वाले किसानों को शीघ्र फसल ऋण वितरित किया जाएगा.
मंत्री उदयलाल आंजना ने बताया कि इस बार करीब 10 हजार करोड़ किसानों को ऋण दिया जाएगा. हालांकि ये पहले 8 हजार करोड़ ही था.इसे इस बार बढ़ाया गया है. साथ ही किसानों को इसका अधिक से अधिक लाभ मिले, इसके लिए आवेदन प्रक्रिया को भी सरली कारण किया जा रहा है. मंत्री ने कहा कि संयुक्त कृषि सहकारी साख समितियों जो निर्धारित उद्देश्यों की पूर्ति करने में विफल रही हैं, ऐसी समितियों की जमीन को राज्य सरकार के अधीन किया जाएगा.
जिस उद्देश्य से ऐसी समितियों की स्थापना की गई थी वह अपने उद्देश्य से यदि भटक चुकी है तो उनकी सूची बनाकर जमीन को वापस राज्य सरकार को अधीन लेने की कार्रवाई की जाएगी. मंत्री आंजना ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभिन्न सहकारी समितियों की धारा 55 के तहत जांच चल रही है. ऐसी समस्त जांच एक माह में पूरी कर रिपोर्ट रजिस्टर कार्यालय में प्रस्तुत किया जाए. आंजना ने क्रेडिट कोऑपरेटिव थ्रिफ्ट सोसायटी द्वारा लोगों से धोखाधड़ी के मामलों में संज्ञान लेते हुए कहा कि प्रदेश की ऐसी समस्त सोसायटी जो मॉनिटरिंग एवं निरीक्षण को प्रभावी बनाए जाए. साथ ही अनियमितता पाए जाने पर इनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए.
सहकारिता मंत्री ने जनता का पैसा हड़प करने वाली सोसाइटी के प्रति लोगों का आह्वान किया ओर कहा कि आमजन इस सोसाइटी में सोच-समझकर निवेश करें.क्योंकि ऐसी समितियां द्वारा संचालित योजनाएं विभाग से अनुमोदित नहीं होती हैं. ऐसे में निवेश करता स्वयं के जोखिम पर ही निवेश करें, उन्होंने सोसायटी के प्रति लोगों के जागरुकता पर भी बल दिया. लगातार फर्जी कोऑपरेटिव सोसायटी द्वारा धोखाधड़ी के मामलों के बाद अब सरकार ने इन सोसायटी ओ पर नकेल कसना शुरू कर दिया है. ऐसे में अब देखना होगा की सरकार किस तरीके से इन फर्जी सोसायटियों पर नकेल कस पाती है.