जयपुर. नींदड़ के किसानों ने एक बार फिर जमीन समाधि सत्याग्रह शुरू कर दिया है. जेडीए से आजादी के नारों के बीच 10 किसान जमीन समाधि सत्याग्रह में बैठ गए हैं. किसानों का आरोप है कि सरकार किसानों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रही है.
नींदड़ के किसानों ने बीते 50 दिनों में सरकार से उपयुक्त समाधान नहीं निकलने के बाद शनिवार से एक बार फिर जमीन समाधि सत्याग्रह शुरू किया है. जेडीए से आजादी के नारों के बीच इस बार सत्याग्रह की शुरुआत ही 10 किसानों ने जमीन समाधि लेकर की है और शाम तक 21 किसानों के जमीन समाधि सत्याग्रह में बैठने की चेतावनी दी है.
किसानों ने उनकी समस्याओं को लेकर गंभीरता नहीं दिखाने का आरोप लगाया है. नींदड़ संघर्ष समिति के नगेंद्र सिंह ने कहा कि अब जबतक सरकार नींदड़ के किसानों के लिए कोई ठोस निर्णय नहीं लेती है, तबतक ये सत्याग्रह लगातार जारी रहेगा.
उन्होंने सीएम की जेडीए को भ्रष्ट बताने वाली बात को दोहराते हुए कहा कि ऐसे भ्रष्ट तंत्र से न्याय की उम्मीद नहीं है. खुद सीएम किसानों की समस्या का समाधान करें.
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बता दें कि नींदड़ के किसान पहले भूमि अवाप्ति कानून 2013 के तहत मुआवजे की मांग कर रहे थे, लेकिन जेडीए के साथ हुई तीसरे दौर की वार्ता में किसानों ने अपनी प्राथमिकता बदलते हुए विकसित भूखंड 25 प्रतिशत से 35 प्रतिशत करने की मांग की. जिसे जेडीए ने कानून सम्मत नहीं बताया. इसके बाद से जेडीए प्रशासन और नींदड़ के किसानों के बीच कोई वार्ता भी नहीं हुई है.