जयपुर. शहर की निचली अदालत में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के न्यायिक (employees were on mass leave) अधिकारी के घर आत्मदाह से जुडे़ मामले की सीबीआई जांच और दोषी पर कार्रवाई की मांग को लेकर शहर की अधीनस्थ अदालतों के कर्मचारी शुक्रवार को सामूहिक अवकाश पर रहे. वहीं राजस्थान कर्मचारी संघ ने मांगें पूरी नहीं होने तक सामूहिक अवकाश पर रहने का निर्णय लिया है. संघ की ओर से सभी जिला कर्मचारी संघों को पत्र लिखकर सामूहिक बहिष्कार को लेकर समर्थन मांगा गया है.
कर्मचारियों के सामूहिक अवकाश पर रहने के चलते कोर्ट का कामकाज पूरी तरह ठप रहा. कई न्यायिक अधिकारियों ने कोर्ट कक्ष के ताले स्वयं खोले और कई अदालतों में इसके लिए पुलिसकर्मियों की सहायता ली गई. वहीं फाइलों के डायस तक नहीं पहुंचने के कारण मुकदमों में सिर्फ आगामी तारीख दी गई. दूसरी ओर कर्मचारियों ने कोर्ट परिसर में रैली निकाल कर नारे लगाए.
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कर्मचारियों का कहना है कि प्रकरण में एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच विभागीय और सीबीआई जांच कराई जाए. वहीं घटना में शामिल दोषी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाए. बता दें कि एनडीपीएस मामलों की विशेष अदालत में पदस्थापित कर्मचारी सुभाष मेहरा ने गत 10 नवंबर को न्यायिक अधिकारी के घर की छत पर आत्मदाह कर लिया था. सुभाष देरी होने पर न्यायिक अधिकारी के घर की छत पर बने कमरे में रुकता था. वहीं कर्मचारियों का कहना है कि उसकी हत्या की गई है, ऐसे में प्रकरण की सीबीआई जांच कराई जाए.