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किसानों और प्रशासन के बीच वार्ता, मांगें नहीं मानने पर 28 जुलाई को फिर से आंदोलन की चेतावनी

जयपुर के दूदू में शनिवार को अपने विभिन्न मांगों को लेकर किसानों ने आंदोलन करते हुए दिल्ली के लिए कूच किया. जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों से वार्ता कर चर्चा की. इस दौरान किसानों ने चना खरीद का बकाया और आगे खरीद का भुगतान एक सप्ताह में कराने और उसमें विलम्ब होने पर किसानों को 18 फीसदी ब्याज दिलाया जाने की भी मांग रखी.

Farmers traveled to Delhi, किसानों ने दिल्ली किया कूच
प्रशासन ने किसानों से की वार्ता
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Published : Jul 25, 2020, 4:17 PM IST

दूदू (जयपुर). केन्द्र सरकार की ओर से तिलहन-दलहन की उपजों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद में 25 फीसदी प्रतिबंध समाप्त करने और क्षेत्र में खरीद केन्द्रों पर समर्थन मूल्य पर चना खरीद की मांग अब तूल पकड़ती जा रही है. जिसके बाद आक्रोशित किसानों ने आंदोलन करते हुए दूदू से दिल्ली के लिए कूच किया.

जिसपर पुलिस-प्रशासन ने किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामापल जाट सहित किसानों को एनएच-8 पर गिदानी गांव में रोक दिया गया. जिसके बाद किसानों और प्रशासन में वार्ता हुई. वार्ता के दौरान प्रशासन द्वारा आश्वासन मिलने के बाद किसानों ने आंदोलन स्थगित कर दिया गया.

पढ़ेंः 22 जुलाई के बाद फिर हो सकता है टिड्डी दल का हमला- कृषि मंत्री

घटना की जानकारी मिलते ही जयपुर जिला कलेक्टर के प्रतिनिधि, अतिरिक्त जिला कलेक्टर और तृतीय राजेन्द्र सिंह कविया गिदानी मौके पर पहुंचे और किसानों से चर्चा कर वार्ता की. किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष जाट ने बताया कि सरकार को चार दिन का समय दिया गया है. यदि मांगों पर विचार नहीं किया गया तो 28 जुलाई को दूदू से दिल्ली कूच आंदोलन फिर किया जाएगा.

एडीएम कविया ने बताया कि चना खरीद के मामले में सक्षम सत्र और विधानसभा में भी प्रस्ताव भिजवा दिया जाएगा. इसके बाद फिलहाल किसानों ने अपना आंदोलन स्थगित कर दिया. वहीं किसान नेता रामपाल जाट ने कहा कि चना खरीद के मामले में विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर चना खरीद कुल उत्पादन में से 25 फीसदी से बढ़ाकर कम से कम 50 फीसदी किया जाए.

पढ़ेंः विधानसभा सत्र बुलाने के प्रस्ताव को गहलोत कैबिनेट ने दी मंजूरी, राज्यभर में प्रदर्शन आज

25 प्रतिशत की सीमा तक 55 हजार 256 मैट्रिक टन चना खरीदने और वास्तविक रूप से 90 दिन खरीद करनें के लिए निर्धारित अवधि को बढ़ाने के सम्बन्ध में सरकार की ओर से संकल्प लाकर उसे पारित कराने के लिए किसानों ने सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित किया है. इसी के साथ चना खरीद का बकाया एवं आगे खरीद करने भुगतान एक सप्ताह में कराने और उसमे विलम्ब होने पर किसानों को 18 फीसदी ब्याज दिलाया जाने की भी मांग की.

दूदू (जयपुर). केन्द्र सरकार की ओर से तिलहन-दलहन की उपजों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद में 25 फीसदी प्रतिबंध समाप्त करने और क्षेत्र में खरीद केन्द्रों पर समर्थन मूल्य पर चना खरीद की मांग अब तूल पकड़ती जा रही है. जिसके बाद आक्रोशित किसानों ने आंदोलन करते हुए दूदू से दिल्ली के लिए कूच किया.

जिसपर पुलिस-प्रशासन ने किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामापल जाट सहित किसानों को एनएच-8 पर गिदानी गांव में रोक दिया गया. जिसके बाद किसानों और प्रशासन में वार्ता हुई. वार्ता के दौरान प्रशासन द्वारा आश्वासन मिलने के बाद किसानों ने आंदोलन स्थगित कर दिया गया.

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घटना की जानकारी मिलते ही जयपुर जिला कलेक्टर के प्रतिनिधि, अतिरिक्त जिला कलेक्टर और तृतीय राजेन्द्र सिंह कविया गिदानी मौके पर पहुंचे और किसानों से चर्चा कर वार्ता की. किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष जाट ने बताया कि सरकार को चार दिन का समय दिया गया है. यदि मांगों पर विचार नहीं किया गया तो 28 जुलाई को दूदू से दिल्ली कूच आंदोलन फिर किया जाएगा.

एडीएम कविया ने बताया कि चना खरीद के मामले में सक्षम सत्र और विधानसभा में भी प्रस्ताव भिजवा दिया जाएगा. इसके बाद फिलहाल किसानों ने अपना आंदोलन स्थगित कर दिया. वहीं किसान नेता रामपाल जाट ने कहा कि चना खरीद के मामले में विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर चना खरीद कुल उत्पादन में से 25 फीसदी से बढ़ाकर कम से कम 50 फीसदी किया जाए.

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25 प्रतिशत की सीमा तक 55 हजार 256 मैट्रिक टन चना खरीदने और वास्तविक रूप से 90 दिन खरीद करनें के लिए निर्धारित अवधि को बढ़ाने के सम्बन्ध में सरकार की ओर से संकल्प लाकर उसे पारित कराने के लिए किसानों ने सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित किया है. इसी के साथ चना खरीद का बकाया एवं आगे खरीद करने भुगतान एक सप्ताह में कराने और उसमे विलम्ब होने पर किसानों को 18 फीसदी ब्याज दिलाया जाने की भी मांग की.

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