ETV Bharat / state

सुखदेव सिंह की हत्या के बाद करणी सेना चर्चा में, इन मुद्दों पर राष्ट्रीय स्तर पर आए थे सुर्खियों में - सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या का मामला

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या का मामला सड़क से लेकर सोशल मीडिया पर पूरे देश में गूंज रहा है. लोग शख्सियत और संगठन के बारे में जानना चाहते हैं. गोगामेड़ी ने कई मुद्दों पर राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरी थी.

sukhdev Singh gogamedi murder case
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 5, 2023, 7:12 PM IST

Updated : Dec 5, 2023, 7:32 PM IST

जयपुर. श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की मंगलवार को जयपुर में अज्ञात हमलावरों ने उनके घर पर ही हत्या कर दी थी. इस बीच गोगामेड़ी का नाम अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्रेंड कर रहा है. गोगामेड़ी कई मुद्दों को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आए थे. गैंगस्टर रोहित गोदारा ने इस हत्याकांड की जिम्मेदारी अपने सोशल मीडिया हैंडल पर ली है.

गोगामेड़ी पहले लोकेन्द्र सिंह कालवी की साल 2006 में बनाई गई श्री राजपूत करणी सेना का हिस्सा थे. बाद में संगठन के विस्तार और आपस के मनमुटाव के कारण उन्होंने श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के नाम से अपना अलग संगठन बना लिया था. इसके अलावा करणी सेना के पहले अध्यक्ष अजीत सिंह मामड़ोली ने भी श्री राजपूत करणी सेवा समिति के नाम से संगठन बनाया और बाद में गोगामेड़ी और मामड़ोली ने दोनों संगठनों को मर्ज कर दिया. करणी सेना का मकसद राजपूत समाज से जुड़ी सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का प्रचार-प्रसार करना रहा.

पढ़ें: श्री राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की दिनदहाड़े हत्या, गैंगस्टर रोहित गोदारा ने ली हत्या की जिम्मेदारी, राज्यपाल ने मांगी रिपोर्ट

राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आई करणी सेना: साल 2017 में निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' का नाम करणी सेना के विरोध के बाद ही 'पद्मावत' किया गया था. इस कहानी को हकीकत बताने के दावे का करणी सेना ने जमकर विरोध किया था. इस दौरान करणी सेना के महिपाल सिंह ने संजय लीला भंसाली से नाहरगढ़ दुर्ग में शूटिंग के दौरान मारपीट तक की थी. इस घटना के बाद संगठन की चर्चा पूरे देश में हुई. इसके पहले समाज के इसी बैनर के तले करिश्मा कपूर की फिल्म 'जुबैदा' का विरोध किया गया था. करणी सेना ने बॉलीवुड की कई फिल्मों में ऐतिहासिक तथ्यों को लेकर अपना विरोध किया और आपत्तिजनक दृश्यों को हटाया. इन फिल्मों में जोधा-अकबर, वीर और मणिकर्णिका जैसी फिल्मों हैं, जिनके कंटेंट पर आपत्ति जताई गई थी.

पढ़ें: आनंदपाल एनकाउंटर पर खाचरियावास का बड़ा बयान, कहा- राजपूत नेताओं को फंसाया जा रहा...

कौन थे सुखदेव गोगामेड़ी: सुखदेव सिंह गोगामेड़ी अरसे से राष्ट्रीय करणी सेना से जुड़े थे. वे सबसे ज्यादा सुर्खियों में फिल्म पद्मावत और गैंगस्टर आनंदपाल एनकाउंटर केस के बाद हुए प्रदर्शन से आए थे. उनकी सोशल मीडिया पर भी लंबी फैन फोलोइंग है. इंस्टाग्राम पर उनके 160K फॉलोवर्स हैं. साल 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान हनुमानगढ़ की भादरा सीट से गोगामेड़ी ने भारतीय जनता पार्टी से टिकट मांगा था. लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया. वे आर्थिक आधार पर लगातार राजपूत आरक्षण के पैरोकार भी रहे थे. बीते कुछ समय से नहरी क्षेत्र में बढ़ती गैंगवार के कारण गोगामेड़ी को भी नामचीन गैंगस्टर्स से धमकियां मिल रही थी और उन्होंने पुलिस सुरक्षा की भी मांग की थी.

जयपुर. श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की मंगलवार को जयपुर में अज्ञात हमलावरों ने उनके घर पर ही हत्या कर दी थी. इस बीच गोगामेड़ी का नाम अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्रेंड कर रहा है. गोगामेड़ी कई मुद्दों को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आए थे. गैंगस्टर रोहित गोदारा ने इस हत्याकांड की जिम्मेदारी अपने सोशल मीडिया हैंडल पर ली है.

गोगामेड़ी पहले लोकेन्द्र सिंह कालवी की साल 2006 में बनाई गई श्री राजपूत करणी सेना का हिस्सा थे. बाद में संगठन के विस्तार और आपस के मनमुटाव के कारण उन्होंने श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के नाम से अपना अलग संगठन बना लिया था. इसके अलावा करणी सेना के पहले अध्यक्ष अजीत सिंह मामड़ोली ने भी श्री राजपूत करणी सेवा समिति के नाम से संगठन बनाया और बाद में गोगामेड़ी और मामड़ोली ने दोनों संगठनों को मर्ज कर दिया. करणी सेना का मकसद राजपूत समाज से जुड़ी सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का प्रचार-प्रसार करना रहा.

पढ़ें: श्री राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की दिनदहाड़े हत्या, गैंगस्टर रोहित गोदारा ने ली हत्या की जिम्मेदारी, राज्यपाल ने मांगी रिपोर्ट

राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आई करणी सेना: साल 2017 में निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' का नाम करणी सेना के विरोध के बाद ही 'पद्मावत' किया गया था. इस कहानी को हकीकत बताने के दावे का करणी सेना ने जमकर विरोध किया था. इस दौरान करणी सेना के महिपाल सिंह ने संजय लीला भंसाली से नाहरगढ़ दुर्ग में शूटिंग के दौरान मारपीट तक की थी. इस घटना के बाद संगठन की चर्चा पूरे देश में हुई. इसके पहले समाज के इसी बैनर के तले करिश्मा कपूर की फिल्म 'जुबैदा' का विरोध किया गया था. करणी सेना ने बॉलीवुड की कई फिल्मों में ऐतिहासिक तथ्यों को लेकर अपना विरोध किया और आपत्तिजनक दृश्यों को हटाया. इन फिल्मों में जोधा-अकबर, वीर और मणिकर्णिका जैसी फिल्मों हैं, जिनके कंटेंट पर आपत्ति जताई गई थी.

पढ़ें: आनंदपाल एनकाउंटर पर खाचरियावास का बड़ा बयान, कहा- राजपूत नेताओं को फंसाया जा रहा...

कौन थे सुखदेव गोगामेड़ी: सुखदेव सिंह गोगामेड़ी अरसे से राष्ट्रीय करणी सेना से जुड़े थे. वे सबसे ज्यादा सुर्खियों में फिल्म पद्मावत और गैंगस्टर आनंदपाल एनकाउंटर केस के बाद हुए प्रदर्शन से आए थे. उनकी सोशल मीडिया पर भी लंबी फैन फोलोइंग है. इंस्टाग्राम पर उनके 160K फॉलोवर्स हैं. साल 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान हनुमानगढ़ की भादरा सीट से गोगामेड़ी ने भारतीय जनता पार्टी से टिकट मांगा था. लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया. वे आर्थिक आधार पर लगातार राजपूत आरक्षण के पैरोकार भी रहे थे. बीते कुछ समय से नहरी क्षेत्र में बढ़ती गैंगवार के कारण गोगामेड़ी को भी नामचीन गैंगस्टर्स से धमकियां मिल रही थी और उन्होंने पुलिस सुरक्षा की भी मांग की थी.

Last Updated : Dec 5, 2023, 7:32 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.