जयपुर. प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के लिए खुशखबरी है. प्रदेश की गहलोत सरकार अब निजी कॉलेज की तर्ज पर सरकारी कॉलेज में भी प्लेसमेंट की सुविधा उपलब्ध कराएगी. प्रदेश के विभिन्न राजकीय महाविद्यालयों में विद्यार्थियों को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्लेसमेंट ड्राइव आयोजित की जाएगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस योजना के लिए 9.18 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को स्वीकृति दी है. साथ ही, राजकीय महाविद्यालयों में कैंपस प्लेसमेंट सुविधा योजना की क्रियान्विति के लिए दिशा-निर्देशों के प्रारूप का अनुमोदन किया है.
100 राजकीय महाविद्यालयों में कैंपस प्लेसमेंटः प्रथम चरण में 100 राजकीय महाविद्यालयों में कैंपस प्लेसमेंट योजना प्रारंभ की जाएगी. इसके तहत महाविद्यालयों में कम से कम वर्ष में दो बार कैंपस प्लेसमेंट आयोजित किए जाएंगे. कैंपस प्लेसमेंट से पूर्व विद्यार्थियों को प्री प्लेसमेंट के माध्यम से सॉफ्ट स्किल की ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे विद्यार्थियों के आत्मविश्वास में वृद्धि होने के साथ ही उन्हें रोजगार प्राप्त करने में सुगमता होगी.
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इसके अतिरिक्त विभिन्न विशेषज्ञ संस्थानों जैसे भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान (आईआईआरएस), राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र (एनआरएससी), राष्ट्रीय रासायनिक प्रयोगशाला (एनसीएल) पुणे, राष्ट्रीय जैव विज्ञान केंद्र बैंगलोर एवं सेबी के साथ समन्वय स्थापित कर विद्यार्थियों का कौशल संवर्धन किया जाएगा . बता दें कि मुख्यमंत्री ने वर्ष 2023-24 के बजट में प्रदेश के विभिन्न राजकीय महाविद्यालयों में विद्यार्थियों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए कैंपस प्लेसमेंट सुविधा प्रारंभ करने की घोषणा की थी.