जयपुर. राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच राजनीतिक खींचतान बनी हुई है. हाल में जनसंघर्ष पदयात्रा निकालने के बाद 15 मई को जयपुर पहुंचे सचिन पायलट ने जिस तरह से 15 दिन का अल्टीमेटम गहलोत सरकार को दिए थे. उसके बाद यह माना जा रहा था कि पायलट का रास्ता अब पार्टी के ट्रैक से दूसरी तरफ मुड़ सकता है. लेकिन बीते चार दिन में पायलट की चुप्पी और जंतर मंतर पहुंचकर पहलवानों से मुलाकात के बाद स्थितियां बदलती नजर आ रही हैं. चार दिन में बदले हालात यह संकेत दे रहे हैं कि सचिन पायलट को लेकर कांग्रेस पार्टी का रुख अब नरम हो रहा है.
ऐसी ही झलक राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के बयान में भी दिखाई दे रही है. इससे पहले रंधावा लगातार पायलट के मामले में कार्रवाई की बात कह रहे थे, लेकिन अब उनके बयान नरम पड़ रहे हैं. उन्होंने साफ कर दिया कि राजनीति में कोई परमानेंट दुश्मन या दोस्त नहीं होता है. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी कभी किसी नेता को निकालती नहीं है, खास तौर पर पुराने नेता को तो बिलकुल भी नहीं. वहीं, पायलट भी दिल्ली में जंतर मंतर पर पहलवानों से मुलाकात करते हुए यह संदेश दे चुके हैं कि वे राजस्थान में मुख्यमंत्री का विरोध भले ही कर रहे हैं, लेकिन वे पार्टी के स्टैंड के साथ ही खड़े हैं.
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कांग्रेस करेगी पायलट के निर्णय का इंतजारः सुखजिंदर सिंह रंधावा ने शनिवार को साफ कर दिया कि कांग्रेस पार्टी कभी किसी नेता को नहीं निकालती है, बल्कि नेता ही कांग्रेस पार्टी को छोड़ कर चले जाते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि जिन नेताओं ने कांग्रेस पार्टी छोड़ी है, उनका हाल किसी से छिपा नहीं है. रंधावा का यह बयान साफ तौर पर यह बता रहा है कि अब पार्टी सचिन पायलट को कोई नोटिस दे या कार्रवाई करे, इसकी संभावना कम है.
साथ ही जिस तरह से सचिन पायलट लगातार अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं, उसे देखते हुए पार्टी उनके अगले कदम पर भी नजर रखेगी. कहा जा रहा है कांग्रेस पार्टी की यह सोच है कि सचिन पायलट चाहते हैं कि पार्टी उन्हें निकाले, तो वह जनता के बीच सहानुभूति ले लेंगे, लेकिन अगर वह खुद पार्टी से अलग होते हैं तो उन्हें सहानुभूति नहीं मिलेगी. यही कारण है कि अब तक जहां पायलट पर कार्रवाई की बात होती थी, उसकी जगह अब पार्टी पायलट पर ही छोड़ रही है कि उन्हें आगे क्या कदम उठाना है?.
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पायलट से मुलाकात के सवाल पर रंधावा का जवाबः रंधावा जयपुर पहुंच चुके हैं. कहा जा रहा है कि वह निजी यात्रा पर जयपुर आए हैं. उधर सचिन पायलट भी आज जयपुर पहुंच रहे हैं. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि सचिन पायलट के साथ प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा मुलाकात कर सकते हैं. जयपुर पहुंचते ही जब रंधावा से यह पूछा गया कि क्या वह पायलट को साथ बैठकर लड्डू खिलाकर बात खत्म करेंगे, तो उन्होंने कह दिया कि आप ले आओ, मैं तो पायलट से बात करने को तैयार हूं. साफ तौर पर यह संकेत है कि अब पायलट के साथ प्रभारी की टेबल पर बात हो सकती है और हो सकता है कि पायलट और पार्टी दोनों एक-एक कदम आगे बढ़ाएं और राजस्थान में जारी सियासी खींचतान थम जाए.
पीके के युथ इन पॉलिटिक्स पेज पर सचिन पायलट का वीडियोः बीते कई दिनों से प्रदेश में यह चर्चा चल रही है कि सचिन पायलट चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के संपर्क में हैं, लेकिन इसे कोई पुख्ता नहीं कर रहा था. अब जिस तरह से प्रशांत किशोर की ओर से चलाए जा रहे यूथ इन पॉलिटिक्स पेज पर सचिन पायलट का वीडियो चल रहा है ,उससे साफ लगता है कि पायलट और पीके की राह एक हो चुकी है.