जयपुर. केंद्र सरकार ने गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाने का फैसला किया है. इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का विरोध शुरू कर दिया है. इस बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर हमला बोला है. सीएम गहलोत ने कहा कि बीजेपी बहुत ओछी राजनीति पर उतर आई है. जिस इंदिरा गांधी ने देश के लिए जान दे दी लेकिन खालिस्तान नहीं बनने दिया, आतंकवाद का मुकाबला किया, और जिसके चलते इंदिरा गांधी, राजीव गांधी की जान चली गई थी.
उन्होंने कहा कि एसपीजी कवर सोच समझकर के पार्लियामेंट के एक्ट के अंतर्गत मिला है. सिक्योरिटी तो मिली है, जिंदगी बचाने के लिए और क्या है. इस पर जो इस रूप की राजनीति कर रहे हैं. वह यह इनकी मानसिकता का दिवालियापन है. उन्होंने कहा कि अगर गृहमंत्री अपने स्तर पर कोई फैसला कर रहे हैं, तो प्रधानमंत्री को चाहिए वह इंटरफेयर करें. इस प्रकार की हरकत करने का किसी को अधिकार नहीं होना चाहिए और प्रधानमंत्री की खुद की नॉलेज में है तो देश का दुर्भाग्य है.
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बता दें कि गृह मंत्रालय ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की एसपीजी सुरक्षा हटाई जाने का फैसला लिया है. हालांकि उनको जेड प्लस सुरक्षा दी जाएगी. जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार ने सभी एजेंसियों के इनपुट के आधार पर यह फैसला लिया है. हाल ही में केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सुरक्षा हटाई थी. अब पूरे देश में सिर्फ पीएम मोदी के पास ही एसपीजी का सुरक्षा कवच रह जाएगा.
गौरतलब है कि इंदिरा गांधी की उनके सुरक्षा गार्डों द्वारा हत्या करने के बाद प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए साल 1985 में एसपीजी की स्थापना की गई थी. साल 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के बाद एसपीजी एक्ट में संशोधन किया गया और इसमें पूर्व प्रधानमंत्री और उनके परिवार को अगले 10 साल तक एसपीजी सुरक्षा देने का प्रावधान किया गया था.