जयपुर. राजस्थान विधानसभा में आज इस बात को लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा सत्ताधारी दल कांग्रेस को सदन में घेरेगी, लेकिन कानून व्यवस्था के मामले पर तो प्रश्नकाल में विपक्षी दल भाजपा की ओर से कोई हंगामा नहीं किया गया. लेकिन 11:30 बजे बाद हुए हंगामे के चलते आज का आधा प्रश्न काल विपक्ष के वॉकआउट करने के चलते बिना विपक्षी दल भाजपा के संपन्न हुआ.
प्रदेश में गहलोत पीनल कोड : नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में जनता अराजकता के माहौल में जीने को मजबूर है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी योजनाओं का वीडियो कॉन्टेस्ट कर रहे हैं, लेकिन भारतीय पार्टी जनता के सम्मान की राह पर है. प्रदेश में नहीं सहेगा राजस्थान के जरिए सरकार की पोल खोलने का काम करेंगे. राठौड़ ने बीजेपी विधायक मदन दिलावर पर दर्ज मुकदमे का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि राजस्थान में रतनगढ़ के विधायक को धमकी दी जाती है, रामगंज मंडी से आने वाले सदस्य पर जिंदा व्यक्ति की हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाता है. प्रदेश में आईपीसी का नहीं जीपीसी का राज है, यानी पुलिस इंडियन पीनल कोड के नियमों को नहीं बल्कि गहलोत पीनल कोड मान रही है.
हम यहां घास खोदने आए हैं : दरअसल राजस्थान विधानसभा में आज उस समय हंगामा हो गया जब नेता प्रतिपक्ष की ओर से खाद्य सुरक्षा लाभार्थियों को लेकर सप्लीमेंट्री सवाल पूछा गया. लेकिन नेता प्रतिपक्ष के सप्लीमेंट्री सवाल को स्पीकर सीपी जोशी ने संबंधित सवाल नहीं बता कर अलाउड नहीं किया तो इस बात पर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने स्पीकर से पूछा कि यह सवाल इरेलीवेंट कैसे हो सकता है. इस पर स्पीकर और नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ में नोकझोंक हो गई. राजेंद्र राठौड़ ने खड़े होकर स्पीकर सीपी जोशी से यहां तक कह दिया कि अगर विधानसभा में आपका प्रिविलेज है तो फिर क्या हम यहां घास खोदने आए हैं.
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प्रश्नकाल के दौरान सदन से वाकआउट : इस पर सदन में स्पीकर और नेता प्रतिपक्ष में बहस हो गई. इसके बाद विधानसभा में मौजूद भाजपा के बाकी सदस्य भी हंगामा करने लगे तो इस पर स्पीकर सीपी जोशी और नाराज हो गए और उन्होंने दूसरा सवाल की ओर बढ़ गए. इस पर भाजपा के सभी विधायक विधानसभा के वेल में इकट्ठे हो गए. इसके साथ ही भाजपा के सदस्य नारेबाजी करने लगे, लेकिन स्पीकर ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया. इससे खफा होकर भाजपा के विधायकों ने प्रश्नकाल के दौरान सदन से वाकआउट कर दिया.
इसके बाद विधानसभा में भाजपा विधायकों से जुड़े प्रश्नों के जवाब तो स्पीकर सीपी जोशी ने दिलवाए, लेकिन इस दौरान भाजपा विधायक विधानसभा में मौजूद नहीं रहे. इसलिए उनका कोई सप्लीमेंट्री सवाल सामने नहीं आया. इसके साथ ही बिना विपक्ष की मौजूदगी के ही प्रश्नकाल की कार्यवाही पूरी कर ली गई.