जयपुर. जयपुर की दूसरे सबसे बड़ी एलिवेटेड रोड बनकर तैयार (Sodala elevated road is ready) हो गई है. गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस एलिवेटेड रोड का लोकार्पण करेंगे. खास बात यह है ये जयपुर की पहली ऐसी एलिवेटेड रोड है, जो हवा में ही दूसरी एलिवेटेड रोड से कनेक्ट की गई है. साथ ही अलग-अलग जगहों पर अप और डाउन रैंप लगाए गए हैं. सोडाला से अंबेडकर सर्किल तक यह एलिवेटेड 1.8 किलोमीटर और अंबेडकर सर्किल से सोडाला के मध्य 2.8 किलोमीटर तैयार की गई है. जिसकी लागत 225 करोड़ बताई जा रही है.
यहां जाम से मिलेगी निजात- जयपुर शहर के बढ़ते हुए यातायात के मद्देनजर हवा सड़क पर एलिवेटेड रोड के निर्माण करवाया गया है. इसके निर्माण से यातायात को तिलक मार्ग तिराहा, बाईस गोदाम सर्किल, रेलवे क्रोसिंग, सिविल लाइन्स सर्किल, नन्दपुरी रोड तिराहा, चम्बल पॅावर हाउस तिराहा और सोडाला तिराहा पर जाम से निजात मिलेगी.
वहीं, पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार के कार्यकाल में शुरू हुई इस एलिवेटेड की पहली डेडलाइन अक्टूबर, 2018 थी. इसके बाद भी कई बार डेडलाइन बदली गई और अब 6 अक्टूबर यानी गुरुवार को इसका लोकार्पण होने जा रहा है. सोडाला एलिवेटेड रोड के शुरू होने के बाद जयपुर के 22 गोदाम, हवा सड़क, सोडाला तिराहा पर लगने वाले ट्रैफिक जाम से बड़ी राहत (Overcoming the problem of traffic jam) मिलेगी. अभी अंबेडकर सर्किल से 22 गोदाम सर्किल, हवा सड़क होते हुए सोडाला सब्जी मंडी पहुंचने में 25 मिनट से आधा घंटा तक लग जाता है. इस एलिवेटेड के बनने से अब महज 10 मिनट में यह सफर तय हो सकेगा.
फसाड़ लाइटिंग के सौंदर्यीकरण की सराहना- इसके अलावा 22 गोदाम सर्किल पर जो जाम की समस्या रहती है, उसका भी स्थायी निदान संभव होगा. बता दें कि 2020 में हुए लॉकडाउन का भी सोडाला एलिवेटेड के काम पर असर पड़ा था. इसके बाद काम के शुरू होने में काफी समय लगा और अब सवा 6 साल बाद इसका काम पूरा हो सका है. हालांकि, इस बीच सोडाला एलिवेटेड पर किए गए फसाड़ लाइटिंग के सौंदर्यीकरण की भी सराहना हो रही है. यही वजह है कि एलिवेटेड के लोकार्पण का समय भी शाम को रखा गया है. ताकि इसकी खूबसूरती को करीब से देखा जा सके.
222 करोड़ रुपए से प्रस्तावित 6 प्रोजेक्ट्स- राजस्थान इन्टरनेशनल सेन्टर परिसर में गेस्ट हाउस का निर्माण कार्य, सांझरिया में 43 एमएलडी क्षमता के एसटीपी, पृथ्वीराज नगर (उत्तर) में 1200 एमएम व्यास की मुख्य ट्रंक लाइन, पृथ्वीराज नगर (उत्तर) में 600-900 एमएम व्यास की मुख्य ट्रंक लाईन, लुनियावास-गोनेेर रोड पर और वन्देमातरम रोड-मुहाना मण्डी रोड पर मुख्य ड्रेनेज का कार्य का शिलान्यास करेंगे.
सोडाला एलिवेटेड रोड
- हवा सड़क-सोडाला एलीवेटेड रोड एल.आई.सी. भवन से सोडाला तक एलिवेटेड रोड का कार्य.
- ये एलिवेटेड रोड सहकार सर्किल होते हुए बाईस गोदाम पर जयपुर -दिल्ली एवं जयपुर - सवाईमाधोपुर रेलवे लाइन को क्रॉस करने के बाद हवा सड़क होते हुए वर्तमान में निर्मित अजमेर एलिवेटेड रोड से मिलती है.
- अम्बेडकर सर्किल से एलिवेटेड रोड अजमेर रोड तक जाने वाले भाग की लम्बाई 2.80 किमी और हवा सड़क से अम्बेडकर सर्किल तक जाने वाले भाग की लम्बाई 1.80 किमी है.
- इस एलिवेटेड कॉरिडोर के लिए पिलर सड़क के मध्य विभाजक में 2.0 मीटर चौड़ाई में निर्मित किए गए हैं.
- दो पिलरों के बीच की औसत दूरी 30 मीटर रखी गई है. दो लेन के लिए 8.5 मीटर और आने-जाने के लिए 4 लेन वाले स्थानों में 17 मीटर की चौड़ाई में सुपरस्ट्रक्चर का निर्माण किया गया है.
- एलिवेटेड रोड पर प्रत्येक तरफ के यातायात के लिए दो-दो लेन 3.5 मीटर चौड़ाई में रखी गई है.
- ये उच्च सड़क वर्तमान सड़क से औसतन 10 मीटर की ऊंचाई पर है.
- अजमेर एलिवेटेड रोड पर इसके मिलान के स्थान के अलावा इस सड़क पर रफ्तार 40 किमी प्रति घंटे की रखी गई है.
इन क्रॉसिंग पर नहीं मिलेगा ट्रैफिक
- तिलक मार्ग तिराहा
- बाईस गोदाम सर्किल
- रेलवे क्रॉसिंग
- सिविल लाइन्स सर्किल
- नन्दपुरी रोड तिराहा
- चम्बल पॅावर हाउस तिराहा
- सोडाला तिराहा
लाइटिंग भी किया गया- इस परियोजना से जयपुर के पूर्व-पश्चिमी यातायात के लिए वर्तमान में सीमित सड़कों के साथ एक नया कॉरिडोर उपलब्ध होगा और इस क्षेत्र के आस पास के क्षेत्रों में यातायात में व्यापक सुधार होगा. इस एलिवेटेड रोड का निर्माण स्लीक स्ट्रक्चर के रूप में किया गया है. इस परियोजना में पुल के निर्माण अतिरिक्त पुल और नीचे की सर्विस सड़कों के सौन्दर्यकरण के तहत पुल पर फसाड़ लाईटिंग और पोल पर तिरंगा लाईटिंग का भी कार्य किया गया है. सर्विस सड़कों को चौड़ा कर फुटपाथ और मीडियन का निर्माण कर पौधारोपण और लैण्ड स्केपिंग का भी कार्य किया गया है. यातायात के लिए महत्वपूर्ण सिविल लाईन सर्किल का जोधपुर स्टोन में कारविंग से दोबारा निर्माण कर मध्य में फाउंटेन मय लाईट भी लगाया जा रहा है.