जयपुर. देवी दुर्गा को समर्पित नौ रातों का त्योहार नवरात्रि पूरे भारतवर्ष में उत्साह, श्रद्धा व भक्ति भाव से मनाया जा रहा है. ये नवरात्रि सिर्फ त्योहार नहीं, बल्कि लोगों की जीवन सुधारने के चमत्कारों से भरी है. श्रद्धा के साथ जिसने भी शक्ति की भक्ति की, उसे उसका फल भी मिला है. किसी की आर्थिक स्थिति सुधरी है तो किसी की नौकरी लगी. यही नहीं एक मां ऐसी थी, जो अपना बच्चा खो चुकी थी, उसके बच्चे को भी नया जीवन मिला.
सुफल प्राप्ति को श्रद्धा भाव से करें पूजा : श्रीमद्भगवद्गीता में कहा गया है कि 'श्रद्धावान लभते ज्ञानम्' जिसका अर्थ है श्रद्धावान व्यक्ति ज्ञान प्राप्त करता है और ज्ञान प्राप्त करके परम शांति प्राप्त करता है. इसी तरह रामचरितमानस में लिखा है 'भवानी शंकरौ वन्दे श्रद्धाविश्वासरुपिणौ' जिसके अनुसार किसी भी देवी-देवता की पूजा आराधना करने से पहले उनके प्रति श्रद्धा और विश्वास की आवश्यकता होती है. श्रद्धा नहीं होने पर कोई भी कार्य फलीभूत नहीं होता है. ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्होंने ज्योतिष और देवताओं से जुड़कर श्रद्धा के साथ अपने कार्यों में सफलता हासिल की है.
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अखंड ज्योत जलाने से दूर होती है पारिवारिक कलह : ज्योतिषाचार्य योगेश पारीक ने बताया कि सनातन धर्म में चार नवरात्रि मान्य होते हैं, जिनमें दो गुप्त, एक चैत्र और एक शारदीय नवरात्र हैं. इन सभी नवरात्रि का अपना अलग महत्व है. साधक गुप्त नवरात्रों में साधना करते हैं तो गृहस्थ से जुड़े लोग चैत्र और अश्विन मास के नवरात्रि में माता रानी की पूजा-अर्चना करते हैं. उन्होंने बताया कि नवरात्रि में श्रद्धा के साथ पूजा-अर्चना और व्रत करने से मन के दोष मिटते हैं. वहीं, केसर डालकर गाय के घी से माता के समक्ष अखंड ज्योत जलाने से पारिवारिक कलह दूर होती है. उन्होंने बताया कि केसर के चावलों को एक विशेष मंत्र के साथ माता को अर्पित करने से फाइनेंशियल लाभ मिलता है.
जॉब संबंधित परेशानियों से मुक्ति के लिए करें ये उपाय : साथ ही कहा कि माता के दो फल नियमित चढ़ा कर एक खुद ग्रहण करें और दूसरा किसी कन्या को देने से संतान से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं. नवरात्रि में मंगल यंत्र का इस्तेमाल करते हुए दीपक जलाने से प्रॉपर्टी से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं. यही नहीं एक विशेष मंत्र को नवरात्रि में माता के सामने पाठ करने से जॉब से संबंधित परेशानियां दूर होती है, लेकिन इसके साथ श्रद्धा जरूरी है.
नवरात्रि में चमत्कार : नवरात्रि से जुड़े चमत्कारों को उजागर करने वाले जयपुर में ही कई उदाहरण भी देखने को मिले. श्रद्धा के साथ माता की पूजा-अर्चना करने वाले दिनेश शर्मा ने बताया कि नवरात्रि में माता की पूजा-अर्चना करने का उनके जीवन में काफी फर्क पड़ा है. उन्होंने बताया की वाइफ डिप्रेशन में थी. उसे नींद तक नहीं आती थी. वो आर्थिक रूप से भी कमजोर हो गए थे और जमीन रिलेटेड समस्याओं से भी परेशान थे. ऐसे में ज्योतिषाचार्य के मार्गदर्शन में नवरात्रि में माता की पूजा-अर्चना और व्रत करने से उन्हें लाभ हुआ. उसके बाद से लगातार नवरात्रि में वो व्रत रखते हैं और हर बार नवरात्रि में व्रत पूरे होने पर जीवन में स्वतः कुछ न कुछ अच्छा हो जाता है.
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व्रत रखने से बने बिगड़े काम : सेंट्रल गवर्नमेंट में नौकरी प्राप्त करने वाले हर्ष जोशी ने बताया कि वो पहले घर में नॉर्मल पूजा करते थे. कभी-कभी मंदिर चले जाते थे. इसी दौरान सेंट्रल गवर्नमेंट में नौकरी पाने के लिए एसएससी की तैयारी की. काफी मेहनत करने के बाद भी सफलता नहीं मिल रही थी. दो बार अटेम्प्ट भी किया तो इक्का-दुक्का नंबर से रह गए. इसकी वजह से वो मेंटली डिप्रेशन में रहे. उसके बाद परिजनों ने उन्हें गाइड किया तो वो ज्योतिषाचार्य से मिले. उन्होंने नवरात्रि में माता की श्रद्धा के साथ पूजा-अर्चना करने का सुझाव दिया. ऐसे में पिछले साल नवरात्रि के 9 दिन व्रत रखा और उसी के बाद नवंबर में एग्जाम दिया तो एसएससी के जरिए मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स में सिलेक्शन हो गया. इसके बाद माता को लेकर मान्यता पहले से और बढ़ गई.
इधर, उमा मेहरा ने बताया कि उनके बच्चे को लीवर में गांठ हुई थी, जिसे लेकर डॉक्टर्स ने जवाब दे दिया था कि उनका बच्चा अब बच नहीं पाएगा. ऐसे में उन्हें एक ज्योतिषाचार्य ने नवरात्रि में माता की अखंड ज्योत कर पूजा-अर्चना करने का सुझाव दिया. उन्होंने ऐसा किया तो फिर माता का चमत्कार भी उन्हें देखने को मिला. आज उनका बच्चा स्वस्थ है और पढ़ने में भी बहुत अच्छा है. उन्होंने बताया कि पूजा-अर्चना वो पहले भी किया करती थी, लेकिन पूजा पद्धति में कुछ बदलाव करने से उनके सभी बिगड़े काम बन गए.