जयपुर. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने शनिवार को रूफटॉप रेस्टोरेंट संचालकों को दो टूक जवाब देते हुए कहा कि आमजन की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा. साथ ही उन्होंने 22 नवंबर को अधिकारियों के साथ रूफटॉप रेस्टोरेंट के संचालन के नियमों पर विचार विमर्श करने की बात कही. वहीं, इस दौरान रूफटॉप रेस्टोरेंट संचालकों की वकालत करने के लिए मुख्य सचेतक महेश जोशी भी धारीवाल के आवास पर पहुंचे थे.
राजधानी में नगर निगम की रूफटॉप रेस्टोरेंट पर की जा रही कार्रवाई के विरोध में शनिवार को संचालक यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के निवास पर पहुंचे. इस दौरान रूफटॉप रेस्टोरेंट के जरिए दिए जा रहे रोजगार को ढाल बनाकर नियमों में शिथिलता लाने की गुहार लगाई. जिस पर यूडीएच मंत्री ने दो टूक जवाब देते हुए आमजन की सुरक्षा से किसी तरह का समझौता नहीं होने की बात कही.
हालांकि, शांति धारीवाल ने 22 नवंबर को अधिकारियों के साथ नियमों को लेकर विचार विमर्श करने की बात कहते हुए आश्वस्त किया है कि, तब तक किसी भी रूफटॉप रेस्टोरेंट को सीज नहीं किया जाएगा. वहीं, उन्होंने संचालकों से कितने समय में वो फायर एनओसी लेंगे, रूफटॉप पर कोई पक्का निर्माण नहीं करेंगे, और बिल्डिंग बायलॉज के दूसरे नियमों को कब तक पूरा करेंगे इसे लेकर शपथ पत्र देने की बात कही.
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इस दौरान उन्होंने ये भी साफ किया कि अभी जो रूफटॉप रेस्टोरेंट सीज किए गए हैं उनको लेकर वो कोई भी वादा नहीं करेंगे. वहीं, उन्होंने मंदी के दौर में कोई व्यापारी परेशान ना हो और कोई बेरोजगार ना हो, इसे ध्यान में रखते हुए रूफटॉप रेस्टोरेंट संचालकों को समय दिए जाने की बात कही. इससे पहले रूफटॉप रेस्टोरेंट संचालक फायर एनओसी और बिल्डिंग बायलॉज में रियायत देने की मांग को लेकर मुख्य सचेतक महेश जोशी से मिले. इसके चलते जोशी खुद रेस्टोरेंट संचालकों की वकालत करने धारीवाल के निवास पर पहुंचे.
इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार कोई भी ऐसी कार्रवाई नहीं करेगी जिससे रोजगार छिने. लेकिन नियम, कायदे, कानून की पालना करना सबकी जिम्मेदारी है. फायर एनओसी को लेकर उन्होंने निगम की ओर से एक कैंप लगवाएं जाने की ओर भी इशारा किया. हालांकि उन्होंने ये साफ किया कि जो प्रॉपर्टी सभी नॉर्म्स पूरे करेगी, उसे ही फायर एनओसी दी जाएगी.