जयपुर. धारा 144 लगाने पर बीजेपी ने गहलोत सरकार को आड़े हाथों लिया है. राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सरकार ने एक बार फिर अपनी संकीर्ण मानसिकता का परिचय दिया है. वोट की फसल काटने के लिए प्रदेश को सांप्रदायिकता की भट्ठी में झोंक दिया. वहीं, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि जनता सब देख रही है. अब वह दिन दूर नहीं जब इस तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली सरकार को उखाड़ फेंकेगी.
वोट की फसल के लिए प्रदेश को सांप्रदायिकता की भट्ठी में झोंका : नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि हनुमान जन्मोत्सव का शुभ अवसर है, लेकिन दुर्भाग्यवश एक बार फिर प्रदेश की गहलोत सरकार ने अपनी संकीर्ण मानसिकता का परिचय दिया है और धारा 144 लगाई. इतना ही नहीं, जुलूस में डीजे बजाने पर भी पाबंदी लगाई है. हनुमान जी के गुणगान पर जो सरकार पाबंदी लगा रही है, उस सरकार का दहन भी वही करेगा जो हनुमान जी को अपने मन में संजोए रखता है. राठौड़ ने कहा कि आने वाला समय हम सबके लिए संकल्प है.
आज के दिन हम सब इस कांग्रेसी सरकार के कुराज जिसने वोट की फसल काटने के लिए पूरे राजस्थान को सांप्रदायिकता की भट्ठी में झोंक दिया, उसको उखाड़ फेंकने का संकल्प है. राठौड़ ने कहा कि आने वाले दिनों में बीजेपी प्रत्येक जिले में बड़ी-बड़ी रैली और प्रदर्शन करने जा रही है. अभी भीलवाड़ा में प्रदर्शन किया, जहां पर पुलिस ने वाटर कैनन और लाठी चार्ज करने का काम किया. सरकार दमनकारी नीति अपना रही है, उसे जनता देख रही है.
प्रदेश में गहलोत पैनल कोर्ट लागू है : अजमेर एमडीएस यूनिवर्सिटी का फिजिक्स और बॉटनी का पेपर लीक होने के मामले पर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में पेपर लीक होना एक परिपाटी बन गया है. 18 महीने में 16 पेपर लीक पहले हुए. नौजवानों ने 400 करोड़ रुपये सिर्फ परीक्षा शुल्क के रूप में दिया. नौजवानों के साथ जो कुठाराघात सरकार कर रही है, उससे अब प्रदेश का युवा समझ चुका है. राठौड़ ने कहा कि इस सरकार ने एंटी चीटिंग बिल लेकर आई. विपक्ष के नाते हमने भी सरकार के इस बिल का सर्थन किया, लेकिन उस एंटी चीटिंग बिल के प्रावधानों के अनुसार अब गहलोत सरकार पीक एंड चूज कर रही है. उससे आज का युवा अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहा है. सरकार एक-दो माफिया की संपत्ति पर कार्रवाई की, लेकिन बाकी को संरक्षण देने का काम किया जा रहा है. प्रदेश में आईपीसी यानी इंडियन पेनल कोड नहीं, बल्कि जीपीएस यानी गहलोत पैनल कोर्ट चल रहा है.
कांग्रेस घर संभाले : सीपी जोशी ने कांग्रेस के सर्वे को लेकर कहा कि उनके सर्वे तो उनके अपने परिवार से सदस्य ज्यादा अच्छे से बता रहे हैं, जो खुद कह रहे हैं कि हम जिन वादों के साथ सरकार में आए वह पूरे नहीं किए. इसलिए आने वाले चुनाव में जनता हमें गिनती के वोट देगी. यह उनकी पार्टी के विधायकों के बयान हैं. मुख्यमंत्री के सलाहकार ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि सरकार किस तरह से अपना जनाधार खो रही है.
जोशी ने कहा कि इस कांग्रेस की सरकार ने प्रदेश में साढ़े चार साल सिर्फ और सिर्फ तुष्टीकरण की राजनीति करने का काम किया है. ये कितना सर्वे करा लें, उनकी अंतरआत्मा जानती है कि वह कितनी सीटें जीतकर ला रहे हैं. जोशी ने बीजेपी में किसी तरह की गुटबाजी से इनकार करते हुए कहा कि पार्टी पहले भी एक थी, अब भी एकजुट है और एकजुट होकर काम करेगी. कांग्रेस जो बीजेपी पर आरोप लगा रही है, उससे पहले कांग्रेस को अपना परिवार और घर देखना चाहिए. कांग्रेस किस तरह से बिखरी पड़ी है, ये किसी से छिपा हुआ नहीं है. जोशी ने कहा कि किसने किस की जासूसी करवाई, कौन किसका फोन टैपिंग कर रहा है, कौन किसको नाकारा-निकम्मा बता रहा है ? यह सब जनता देख रही है.
उदयपुर में लगाई रोक : बता दें कि उदयपुर सहित संवेदनशील क्षेत्रों में 4 अप्रैल से धारा 144 लागू है. यहां पर किसी भी तरह के जुलूस और डीजे बजाने पर रोक लगी हुई है. उदयपुर में तो अगले 2 महीने तक पूरे जिले में सार्वजनिक स्थल पर धार्मिक झंडे और प्रतीक चिह्न लगाने पर रोक रहेगी. इस दौरान किसी भी सार्वजनिक बिल्डिंग या बिजली के खंभे समेत किसी भी सार्वजनिक जगह पर अब धार्मिक झंडे नहीं लगाए जा सकेंगे. इसके लिए जिला कलेक्टर से अनुमति लेनी होगी. सरकार की ओर से हनुमान जन्मोत्सव से ठीक पहले जारी किए इस फरमान पर बीजेपी ने गहलोत सरकार को निशाने पर लिया है.