जयपुर. संसद की सुरक्षा में सेंध के मुद्दे पर जवाब की मांग कर रहे लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के निलंबन के मामले पर कांग्रेस नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि पहले इस तरह की एक-दो घटनाएं होती थी. लेकिन अब यह सिलसिला लगातार बढ़ रहा है. यह लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है. राजस्थान विधानसभा में आज विधायकों की शपथ ग्रहण के बाद सचिन पायलट ने विधानसभा के बाहर मीडिया से बातचीत में कहा कि हम सभी देख रहे हैं कि पिछले दिनों संसद में जो घटनाक्रम हुआ. वो हम सबके सामने है.
संपूर्ण विपक्ष यह मांग कर रहा था कि संसद में 13 दिसंबर को जो घटना हुई. उस पर सरकार का एक बयान आए. उसके बदले में लगभग पूरे विपक्ष को निलंबित कर देना. लोकसभा में, राज्यसभा में 141 सांसदों को निलंबित करना बहुत बड़ा गलत काम हुआ है. कांग्रेस पार्टी के और विपक्ष के लोग इसे गलत ठहराते हैं.
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केंद्र सरकार दबा रही विपक्ष की आवाज : सचिन पायलट ने कहा कि हम लोगों ने विधानसभा के भीतर काली पट्टी बांधकर इस अलोकतांत्रिक कदम का विरोध किया है. लोकतंत्र में विपक्ष की आवाज को दबाने का काम केंद्र सरकार कर रही है. संसद में अगर कोई जवाब मांगता है या जवाबदेही तय करता है तो विपक्ष को निलंबित करके सदन के बाहर करने का जो ये लगातार क्रम बढ़ रहा है. पहले ऐसा एक-दो बार होता था. अब लगातार हो रहा है.
काली पट्टी बांधकर किया विरोध : सचिन पायलट ने मीडिया से बातचीत में कहा कि 30, 40, 50 से बढ़कर 141 सांसद अगर निलंबित हो जाए तो यह लोकतंत्र के लिए बहुत अच्छे संकेत नहीं हैं. इसका विरोध करते हुए हमने आज जयपुर में राजस्थान विधानसभा के अंदर अपने हाथों पर काली पट्टी बांधी है. बता दें कि आज विधानसभा में नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में कांग्रेस के सभी विधायक बाजू पर काली पट्टी बांधकर सदन में पहुंचे थे.