जयपुर. राजस्थान कांग्रेस की ओर से विधायकों का तीन दिवसीय वन टू वन फीडबैक कार्यक्रम गुरुवार देर रात समाप्त हो गया. इस फीडबैक कार्यक्रम में भले ही प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट नहीं आए. लेकिन उनके समर्थक विधायकों ने फीडबैक कार्यक्रम में हिस्सा लिया और गहलोत -डोटासरा के सामने ही कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को खरी खरी बात भी कही. फीडबैक कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए सचिन पायलट कैंप के विधायक वेद सोलंकी ने कहा कि हमें सचिन पायलट ने चुनाव जीता कर विधायक बनाया और हम उनके साथ हैं.
वेद सोलंकी ने कहा कि सचिन पायलट स्टार प्रचारकों की सूची में नाम आने के मोहताज नहीं है वह स्टार थे, स्टार हैं और स्टार रहेंगे. सोलंकी ने कहा कि राजस्थान में जब तक सब मिलकर चुनाव नहीं लड़ेंगे तब तक हमारी सरकार नहीं बनेगी. सोलंकी ने कहा कि कांग्रेस सरकार तभी बनेगी, पिछले विधानसभा चुनाव-2018 की तरह सबका सहयोग होगा तभी प्रदेश में कांग्रेक की सरकार आएगी. वित्त मंत्री ने पायलट के सवाल पर कहा कि जिन चेहरों पर कांग्रेस को वोट मिलते हैं उनको ही आगे करना चाहिए. अपनी बातें गहलोत डोटासरा के सामने ही प्रभारी रंधावा को खरी-खरी कहने के बाद वेद सोलंकी ने कहा कि हमने जो भी कुछ कहा मुख्यमंत्री के सामने कहा. बता दें कि अकेले में तो केवल चुगलियां और चाटुकारिता होती है सच्ची बात सामने होती है और हमने सच्चाई बताई है.
दलित मंत्री तो बनाकर खानापूर्ति की परंतु पावर नहीं दी : वेद सोलंकी ने न केवल पायलट को लेकर बात रखी बल्कि कांग्रेस के कोर वोट बैंक माने जाने वाले SC/ST के नाराज होने की भी बात मीडिया के सामने रखी. उन्होंने कहा कि सचिन पायलट की मांग के बाद ही राजस्थान में 4 दलित मंत्री बनाए गए. सरकार ने मंत्री तो बना दिए लेकिन सत्ता का विकेंद्रीकरण नहीं किया. उन्होंने कहा कि दलित मंत्रियों के हालात ये है कि वह 1 किलोमीटर की सड़क भी नहीं बना सकते. उन्होंने कहा कि ऐसे पावर लेस मंत्रियों का क्या फायदा जो अपने दलित समाज का कोई काम ही ना कर सकें. ऐसे में ये दलित समाज का कैसे भला करेंगे जब तक इनके पास पावर नहीं है, सिर्फ नाम मात्र के मंत्री बनाने से कोई फायदा नहीं होगा. जब तक इनके पास यह पावर नहीं आएगी, बिना पावर के तो यह केवल खानापूर्ति है भले ही 4 की जगह 6 दलित मंत्री ही क्यों ना बना दिए जाए.
वेद सोलंकी ने कहा कि मंत्रियों को पावर देनी होगी सत्ता का विकेंद्रीकरण भी करना होगा. विकेंद्रीकरण के बाद भी दलित मंत्रियों को ताकत नहीं दी गई. ऐसे में अब चुनाव का समय नजदीक है और जरूरत है कि हम अपने वोट बैंक SC/ST को साधने का प्रयास करें, नहीं तो परिणाम कांग्रेस के पक्ष में नहीं आएंगे. वेद सोलंकी ने कहा कि राजस्थान में दलितों के हालात ये है कि आज भी नियमों के चलते 153 बच्चे भटक रहे हैं, लेकिन रोस्टर रजिस्टर तैयार नहीं हुआ न हीं एससी-एसटी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया गया.